क्या आप जानते हैं ज्यादा सोचना भी है नुकसानदायक 

अगर आप किसी भी बात को लेकर बहुत अधिक सोचने लगते हैं और बार-बार उसे सोचकर परेशान भी होते हैं तो ये खबर पढ़ लीजिये । आमतौर पर कुछ  ऐसी बातें होती हैं जो हमारे आपके नियंत्रण के बाहर हो जाती हैं। लेकिन फिर भी आप इनके बारे में सोचकर तनावग्रस्त और चिंताग्रस्त होते रहते हैं। क्या आप जानते हैं आपके साथ ऐसा क्यों होता है। चलिए हम आपको बताते हैं कि विशेषज्ञ इस विषय में क्या राय रखते हैं।

ओवर थिंकिंग के प्रमुख कारण –

हर व्यक्ति का स्वभाव अलग-अलग होता है। जब आपका स्वभाव दूसरों को प्रसन्न करने वाला होता है, तब दूसरों की प्रतिक्रियाएं आपके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती हैं। आप खुद को खुश रखने की जगह दूसरों की खुशियों के बारे में अधिक सोचने लगते हैं। दूसरों को इंप्रेस करने के चक्कर में आप क्षमता से ज्यादा काम करने लगते हैं, इसका असर आपके शारीरिक और मानसिक सेहत पर भी पड़ता है। कई बार हम अपनी जरूरतों, भावनाओं और खुशियों के बारे में सोचना भूल जाते हैं। दरअसल, कुछ ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से हम ओवरथिंकिंग के शिकार होते हैं। इन्हें ठीक करने की ओर कदम बढ़ाकर हम खुद के लिए खुश होना सीख सकते हैं।

शर्मिंदगी का डर

जब हम दूसरों के बारे में ज्यादा सोचते हैं तो हमें शर्मिंदगी का डर भी ज्यादा होता है। अपनी छोटी सी गलती या भूल को भी हम बड़ा मान बैठते हैं और उसके बारे में लगातार सोचते हैं। यह आपके तनाव का कारण बन सकता है। इसके कारण आपका कॉन्फिडेंस भी कम हो सकता है।

खुद की इमेज खराब होने का भय

जब हम किसी बात को लेकर ज्यादा सोचते हैं तो हम अपनी इमेज को लेकर भी ज्यादा सर्तक हो जाते हैं। हम डरे रहते हैं कि दूसरे हमें नकारात्मक तरीके से देखेंगे। ऐसे में हम सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए ज्यादा कोशिश करने लगते हैं और अंत में खुद ही परेशान भी होते हैं। इसलिए दूसरों को दुखी किए बिना, खुद के लिए जीना सीखें।

खुद को दोषी न ठहराएं

अतीत के अनुभवों का बोझ लेकर घूमना छोड़ दें, जो बातें आपके बस में नहीं है उनके बारे में सोचना और खुद को जिम्मेदार ठहराना बंद करें। आज में जीना सीखें, जो वक्त है उसे खूबसूरत बनाने पर ध्यान दें। ध्यान रखें कोई इंसान परफेक्ट नहीं होता, गलतियां जिंदगी का हिस्सा हैं, लेकिन इनसे सीखें, इन्हें बोझ न बनाएं।

खुद पर विश्वास रखें

खुद पर विश्वास रखकर आप दुनिया जीत सकते हैं। आपका आत्मविश्वास ही आपको सभी परेशानियों से बाहर निकालने के लिए काफी है। दरअसल, आघात और कटु अनुभव आपके काॅन्फिडेंस को तोड़ देते हैं, जब आप इसके बारे में ज्यादा सोचते हैं तो आपकी क्षमताएं कम होने लगती हैं। ऐसे में खुद पर विश्वास रखें। यही इसी स्थिति से आपको बाहर निकालेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top