होली के दिन हमेशा दुर्घटना और आपसी झगडे की वजह से अस्पतालों पर दबाव बढ़ जाता है। ऐसे में देहरादून के सबसे व्यस्त सरकारी दून अस्पताल की बात करें तो सबसे ज्यादा इमर्जेन्सी केस यहीं पहुँचते हैं लिहाज़ा शारीरिक दुर्घटना और हादसों में घायल लोगों को तत्काल इलाज मिले, इसके लिए उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है.
दून अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल की इमरजेंसी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.होली पर गंभीर चोट लगे मरीजों को समय पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो, उसके लिए दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की इमरजेंसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है. इसके अलावा सभी चिकित्सकों को सतर्क रहने को कहा गया है. किसी भी समय जरूरत पड़ने पर उनको अस्पताल बुलाया जा सकता है.
होली पर्व पर दुर्घटना से घायल होने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन की ओर से डॉक्टर हेमा सक्सेना को इमरजेंसी हेड नियुक्त किया है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी दून मेडिकल कॉलेज ने होली को देखते हुए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं.इस बार ऑर्थोपेडिक, सर्जरी से जुड़े विशेषज्ञ ऑन कॉल रहेंगे. यदि जरूरत पड़ी तो इमरजेंसी ओटी भी तैयार रहेगी, ताकि होली के दिन हेड इंजरी, चोट लगने वाले मरीजों का इलाज हो सके उन्होंने कहा कि होली को देखते हुए ओटी स्टाफ को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.