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इण्डस्ट्रीज़ को प्रशासन से मिलेगी हर संभव मदद – युगल किशोर पंत , जिलाधिकारी

जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने एक जनपद दो उत्पाद के अन्तर्गत जनपद में मेंथा ऑयल तथा मूंज घास उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने मेंथा ऑयल उत्पादन से जुड़े कारोबारियों से मेंथा उत्पादों की मार्केटिंग, मार्केट में आ आने वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। कारोबारियों ने बताया कि मार्केट में सिन्थेटिक मेंथा ऑयल सबसे बड़ी चुनौती है, जो कि केमिकल युक्त होने के कारण मानव शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। जिस पर जिलाधिकारी ने मार्गदर्शित करते हुए कहा कि सिन्थेटिक मेंथा ऑयल से मानव शरीर पड़ने वाले साइड इफैक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी मुहैया कराई जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में मेंथा उत्पादन बढ़ाने हेतु हर संभव मदद की जायेगी।

उन्होंने मेंथा ऑयल उत्पादन से जुड़ी कम्पनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि जो भी इण्डस्ट्रीज़ को प्रशासन से जो भी मदद चाहिए लिखित में दें, प्रशासन हर संभव मदद करेगा। जिलाधिकारी ने मेंथा सुखाने की व्यवस्था हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश परियोजना निदेशक डीआरडीए को दिये। जिलाधिकारी ने मेंथा की खेती करने वाले किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य कृषि अधिकारी को दिये।

जिलाधिकारी ने मूंज घास पर आधारित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि मूंज घास उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा वन क्षेत्रों से मूंज घास काटने हेतु वन विभाग द्वारा सरलता से अनुमति देने की व्यवस्था की जाये। उन्होंने उत्पादों की आकृति, आकार, कलर एवं पेटर्न पर विशेष ध्यान देते हुए मार्केट डिमाण्ड के आधार पर उत्पाद तैयार कराने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने दीपावली एवं त्यौहारों के दौरान ड्राई फ्रूट पैकिंग हेतु मांग के अनुसार मूंज घास आधारित उत्पाद मिष्ठान भण्डारों को न मिलने के बारे में जानकारी देते हुए निर्देश दिये कि माह जून में मिष्ठान भण्डरों के साथ समन्वय स्थापित कर, डिमाण्ड पहले ही ले ली जाये ताकि डिमाण्ड के अनुसार सामान उपलब्ध कराया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने की हर संभव कोशिश की जायेगी। उन्होंने उत्पादन से लेकर बाजार तक पहुंचाने में उत्पादकों, कारीगरों की स्किल डेवलपमेंट, ट्रेनिंग, डिजाइन डेवलपमेंट, लाजिस्टिक्स आदि में सहायता कराने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।

बैठक में परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, महाप्रबन्धक उद्योग उत्तम कुमार तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी भावना जोशी, मुख्य कृषि अधिकारी एके वर्मा सहित किसान व इण्डस्ट्रियलिस्ट आदि उपस्थित थे।

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