आज जिस तरह से देश में महंगी होती शिक्षा से लड़ते हुए अपने नौनिहालों को बेहतरीन भविष्य देने की चुनौती है ऐसे दौर में एजुकेशन लोन एक बहुत बड़ा सहारा है। जिन लोगों के पास बच्चों की उच्च पढ़ाई के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है, उनके लिए बच्चों की पढ़ाई जारी रखने का एजुकेशन लोन अच्छा विकल्प है। हालांकि, कुछ लोगों के मन में एजुकेशन लोन से जुड़े कई सवाल होते हैं।एक्सपर्ट बताते हैं कि एजुकेशन लोन उन छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ा सहारा है, जो महंगी शिक्षा की फीस भरने में असमर्थ हैं। यह मोटे तौर पर सभी कोर्स के लिए मिलता है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं किसी भी उस कोर्स के लिए एजुकेशन लोन ले सकते हैं, जिन्हें UGC, AICTE जैसी नियामकीय संस्थाओं से मान्यता प्राप्त है। यूजी और पीजी सहित पीएचडी तथा अन्य स्पेशलाइज्ड कोर्स के लिए एजुकेशन लोन मिलता है।
लोन की राशि शिक्षण संस्थान की ग्रेडिंग पर भी निर्भर करती है। उदाहरण के तौर पर IIM या IIT जैसे संस्थानों की ग्रेडिंग हाई होती है तो लोन की राशि भी अधिक होती है। इसकी एक वजह ये भी है कि ऐसे संस्थानों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को आसानी से अच्छी नौकरी मिल जाती है और कर्जदाताओं को लोन रीपेमेंट के मामले में ज्यादा जोखिम नजर नहीं आता।एजुकेशन फील्ड में लोन और तमाम सवालों के जवाब देने वाले माहिर बताते हैं कि लोन की राशि करोड़ों में भी हो सकती है, यह निर्भर करता है कि छात्र अपनी पढ़ाई देश में पूरी करना चाहता है या विदेश में और शिक्षण संस्थान की ग्रेडिंग कैसी है।
लेकिन आप अगर समझदारी से सही ज़रिये से लोन की प्रक्रिया को समझ कर आगे बढ़ते हैं तभी आपका लक्ष्य पूरा हो सकता है वरना आज जिस तरह से फ्रॉड और अधूरी जानकारी देकर ग्राहक बनाये जा रहे हैं उसमें नुक्सान भी उठाना पड़ सकता है।