नोबेल पुरस्कार विजेता और लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाने वाली मलाला यूसुफजई शादी के बंधन में बंध गई हैं। यह शादी समारोह यूनाइटेड किंगडम के बर्मिंघम शहर में आयोजित किया गया था, जिसमें दोनों परिवार वाले शामिल हुए। पाकिस्तान की सामाजिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ब्रिटेन के बर्मिंघम में एक छोटे समारोह के दौरान शादी की है।उन्होंने सोशल मीडिया पर शादी की तस्वीरे पोस्ट करते हुए इस बात की जानकारी दी है। मलाला ने लिखा है कि उन्होंने घर पर ही शादी रचाई है और वह आगे जीवन के लिए उत्साहित हैं। मलाला द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों में उनके पति असर, अपने माता-पिता, जियाउद्दीन यूसुफजई और तूर पेकाई यूसुफजई दिखाई दे रहे हैं।
मलाला ने शादी की तस्वीरें शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा है, आज मेरी जिंदगी का बेहद अनमोल दिन है। मैं और असर जीवनभर के साथी बन गए हैं। हमने अपने परिवारों की मौजूदगी में बर्मिंघम में निकाह किया। कृप्या हमें आशीर्वाद दीजिए। हम आगे का रास्ता साथ मिलकर तय करने के लिए उत्साहित हैं।
पाकिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता यूसुफजई को लड़कियों की शिक्षा के लिए बिना किसी खौफ के आवाज उठाने के लिए स्वात घाटी में 2012 में तालिबानी आतंकवादियों ने उस वक्त गोलियां मारी थीं, जब वह स्कूल से घर लौट रही थीं। उस वक्त उनकी उम्र महज 15 साल थी।
लड़कियों की शिक्षा और अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली मलाला जब अपने साथियों के साथ स्कूल से लौट रही थीं तभी तालिबानी आतंकियों ने उनको गोली मार दी। बेहतर इलाज के लिए यूसुफजई को इंग्लैंड के शहर बर्मिंघम लाया गया था। ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वह ठीक हुईं और एक बार फिर अपने अभियान में जुट गईं।
ठीक होने के बाद यूसुफजई ने फिर से स्कूल जाना शुरू किया और जून 2020 में उन्होंने ऑक्सुफोर्ड से ग्रेजुएशन किया। इस दौरान भी वह लड़कियों की शिक्षा और उनकी बेहतरी के लिए आवाज उठाती रहीं। आतंकियों के उन पर किए गए हमले का अंतरराष्ट्रीय स्तर निंदा हुई।