उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से शुरू होकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में समाप्त होगा। खबर है कि प्रधानमंत्री मोदी 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करेंगे।2018 में पीएम मोदी ने ही आजमगढ़ में इस एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से इस कार्यक्रम के बारे में आधिकारिक पत्र प्राप्त होना अभी बाकी है। बहरहाल, उनके संभावित आगमन के मद्देनजर एयर मार्शल आर. जे. डकवर्थ एवं अयोध्या के पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर कवीन्द्र प्रताप सिंह ने सोमवार को निरीक्षण किया।ये है देश के बहु प्रतीक्षित एक्सप्रेस-वे 5 बड़ी बातें
– लखनऊ से आजमगढ़ और मऊ होते हुए गाजीपुर तक 340.824 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बीच की दूरी कम हो जाएगी, वहीं व्यापार और अन्य वाणिज्यिक गतिविधियों को भी रफ्तार मिलेगी।
– छह लेन का पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ को आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर और अमेठी जैसे आर्थिक रूप से कम विकसित जिलों से जोड़ेगा। बाद में इसका विस्तार बलिया तक कर दिया जाएगा।
– इस एक्सप्रेस-वे से उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिले यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए नई दिल्ली से जुड़ जाएंगे और यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ के गांव चांद सराय से शुरू होकर गाजीपुर जिले के हैदरिया गांव में खत्म होगा।पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की परियोजना लागत लगभग 22,494.66 करोड़ रुपये है, जिसमें जमीन की लागत भी शामिल है।
– पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उपयोग भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए एक इमरजेंसी रनवे के रूप में भी किया जाएगा। यह भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को आपात स्थितियों के लिए हवाई पट्टी के रूप में उपयोग करने की अनुमति देगा।