एसएसपी श्वेता चौबे की पहल पर कामयाब रहा सड़क सुरक्षा कार्यक्रम
वर्तमान समय में वाहन चालकों द्वारा लापरवाही, ओवर स्पीड़, ओवर टेक एवं शराब पीकर वाहन चलाने आदि के कारण बढ़ती हुई सड़क दुर्घटनाओं से कई बार घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार समय से न मिलने के कारण मौके पर ही मृत्यु हो जाती है। जिस कारण आमजनमानस को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने हेतु श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे के निर्देशन में सड़क सुरक्षा सुरक्षा के तृतीय दिवस के अवसर पर जनपद पुलिस ने जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम किये।यातायात निरीक्षक शिव कुमार एवं एसडीआरएफ टीम कोटद्वार द्वारा राजकीय इण्टर कॉलेज कोटद्वार में एनसीसी कैडेटों को सड़क दुर्घटना में प्राथमिक उपचार के दौरान क्या करें क्या न करें? वैकल्पिक स्ट्रेचर बनाना, विक्टिम मूविंग एंड लिफ्टिंग, स्पलिंट बांधना, रक्तस्राव रोकने के तरीके, सी.पी.आर, रोप रेस्क्यू आदि के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। साथ ही पुलिस द्वारा एनसीसी कैडेटों को यातायात पुलिस कार्टून जागरूकता बुक भी वितरित की गयी। साथ ही मंजरी नेगी, निरीक्षक एसडीआरएफ मय टीम द्वारा कोतवाली श्रीनगर परिसर में पुलिस कर्मियों एवं होमगार्ड जवानों को सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की तत्काल सहायता करने के लिये राहत एवं बचाव कार्य, प्राथमिक उपचार, रेस्क्यू उपकरणों आदि के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।इसी क्रम में यातायात सप्ताह के तहत प्रेमलाट टम्टा, पुलिस उपाधीक्षक सदर पौड़ी द्वारा आपदा एवं सड़क दुर्घटना घटित होने पर आपातकालीन वाहनों (एम्बुलेन्स, फायर सर्विस आदि) की रूट मूमेंट की मॉक ड्रिल करवायी गयी। मॉक ड्रिल के दौरान आपातकालीन वाहनों को रास्ता न देने वाले एवं नो पार्किग में अपने वाहनों को खड़ा करने वाले 35 वाहन चालकों के विरूद्ध नियमानुसार मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत चालानी कार्यवाही कर वाहन चालकों के डीएल निरस्तीकरण हेतु परिवहन विभाग पौड़ी को प्रेषित किये गये।