कंप्यूटर के ज़माने में लोग लिखना भूल चुके हैं. लोगों को अब पहले जैसे लिखने की आदत नहीं रही है. स्कूल भी अब डिजिटल हो गया है. इस कारण अब बच्चे अपने सभी प्रोजेक्ट्स कंप्यूटर और टैब पर करते हैं. एक समय होता था, जब लोगों को उनकी राइटिंग के आधार पर जांचा जाता था. जिसकी राइटिंग सुंदर होती थी, लोग उन्हें बहुत ही ज्यादा सम्मान देते थे.
बचपन में हर किसी को स्कूल में अच्छी हैंडराइटिंग के लिए बोला ही जाता है. कई बार तो खराब हैंडराइटिंग के चलते पेपर में नंबर भी कम हो जाते हैं. परीक्षा में अच्छी हैंडराइटिंग वाले को ज्यादा अंक मिलते हैं, ऐसा माना जाता है. माता-पिता भी बचपन से बच्चों की हैंडराइटिंग को अच्छा और साफ करने के लिए उनके साथ काफी मेहनत करते हैं. , जिसमें लिखने वाले की हैंडराइटिंग को देखकर आप भी अपना दिल हार बैठेंगे. एक बंदा हर अक्षर को बड़ी ही खूबसूरती से कागज पर उतार रहा है, जिसे देखकर आप भी शख्स की सुंदर लिखावट की तारीफ करते नहीं थकेंगे. . बंदे की ये हैंडराइटिंग इतनी बेहतरीन है कि कैलीग्राफी को भी टक्कर दे रही है. कैलीग्राफी शब्द ग्रीक शब्द कल्लोस से लिया गया है, जिसका मतलब है ‘सौंदर्य’ और ग्रेफीन का मतलब ‘लिखना’ है.
दरअसल, मध्यपूर्व और पूर्वी एशिया में मूर्तिकला या पेंटिंग जैसी परंपराओं के साथ कैलीग्राफी को एक प्रमुख कला के रूप में देखा जाता है. यूं तो कैलीग्राफी बहुत ही आकर्षक कला है, लेकिन किसी के लिए भी इसे सीखना कोई आसान काम नहीं है. आजकल इसका इस्तेमाल लोगो, इवेंट इंविटेशन आदि को डिजाइन करने के लिए किया जाता है. . ‘यह सबूत है.कि कैलीग्राफी क्या आर्ट है.’ इस को खूब पसंद किया जा रहा है. इस को ट्विटर पर अब तक 29 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं.