बीते 24 घंटे से यह कयास लगाया जा रहा था कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता कहीं एक जगह पर बैठकर रूठे नेताओं को मनाने का अभियान चला रहे हैं… सबकी नजर लगी है कि क्या जो बागी है या जो नाराज हैं वह पार्टी छोड़ देंगे या फिर दबाव की राजनीति कर इतिश्री कर लेंगे।
आज दो तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें पार्टी के 6 बड़े नेता एक कमरे में गंभीर मुद्रा में नजर आ रहे हैं। इन तस्वीरों में पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह , पूर्व विधायक राजकुमार , मदन बिष्ट , विजयपाल सिंह सजवाण , और भुवन कापड़ी बैठे मंत्रणा करते दिख रहे हैं।
दरअसल हार के बाद कांग्रेस संगठन में बदलाव के साथ ही भूचाल भी आ गया है। नए प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा , नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या और उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी का नाम सामने आने के बाद पार्टी में सब कुछ उलट पलट गया है। पहाड़ से लेकर मैदान तक इस्तीफे होने लगे और प्रीतम गुट से जुड़े तमाम छोटे-बड़े नेताओं ने तो गंभीर आरोप लगाने भी शुरू कर दिए। तभी से यह कयास लगाया जा रहा था कि आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी से टूट , बगावत और दल बदल की संभावना मजबूत हो सकती है।
जिस तरह से धारचूला के विधायक हरीश धामी ने मोर्चा खोल दिया उसके बाद नए कार्यकारी अध्यक्ष करण माहरा ने तो अनुशासनात्मक कार्यवाही की भी बात कह दी है। इन सबके बीच आज जो तस्वीर सामने आ रही है उसमें कुछ चेहरे साफ हो गए हैं , जो प्रीतम सिंह के साथ लंबे समय से नजर आते थे आज वह एक कमरे में बैठे हैं और भविष्य के लिए अपनी रणनीति तय कर रहे हैं।
तो क्या ये बाग़ी तेवर ठन्डे पड़ेंगे ? ये दबाव बढ़ा रहे नेता समझौता करेंगे या अवसर देखते हुए कोई बड़ा फैसला लेंगे तो कीजिये आप भी थोड़ा इंतज़ार क्योंकि कांग्रेस की पिक्चर अभी बाकी है।