पानी हमारे शरीर का सबसे अहम तत्व है। खाना एक बार न भी मिले लेकिन पानी बेहद ज़रूरी है। आजकल के सर्द मौसम में हमारी खाने-पीने की आदतें बदलने लगती हैं। इस मौसम में हमें प्यास कम लगती है और हम लिक्विड डाइट पर कम ध्यान देते हैं। सर्दी में प्यास कम लगने का मतलब ये नहीं है कि बॉडी को पानी की जरूरत नहीं है। इस मौसम में पानी का कम सेवन बॉडी में डिहाइड्रेशन की परेशानी को बढ़ा देता है। सर्दी में बॉडी में पानी की कमी होने पर बॉडी में कई बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। आइये जानते हैं किन लक्षणों के दिखते ही सतर्क होने की ज़रूरत है –
स्किन पर ड्राईनेस का अधिक होना
सर्दी में बॉडी में पानी की कमी होने पर स्किन में ड्राईनेस अधिक होने लगती है जिससे स्किन में सूखापन और पपड़ी जमने लगती है। कई बार स्किन में ड्राईनेस इतनी ज्यादा बढ़ती है कि स्किन से खून तक निकलने लगता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक मामूली डिहाइड्रेशन भी ध्यान केंद्रित करने, याददाश्त को कमजोर करने और मूड को खराब करने में जिम्मेदार है। जो लोग लंबे समय तक कम पानी का सेवन करते हैं सर्दी में उन लोगों को किडनी की बीमारी, किडनी की पथरी और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का खतरा अधिक रहता है।डार्क रंग का यूरीन आना
सर्दी में कम पानी का सेवन करने से यूरीन से संबंधित परेशानियों का खतरा भी अधिक रहता है। सर्दी में अगर आपको पीले रंग का पेशाब आता है तो समझ जाएं कि बॉडी में पानी की कमी हो रही है। सर्दी में अगर आप पानी ज्यादा पीते हैं तो आपको हल्के रंग का पेशाब आएगा और पेशाब में बदबू भी कम होगी।
मुंह का सूखना
अगर सर्दी में आपका मुंह ज्यादा सूख रहा है तो समझ जाए की बॉडी में पानी की कमी है। सूखा मुंह इस बात का सबूत है कि सैलिवेरी ग्लैंड पर्याप्त मात्रा में स्लाइवा (saliva) का उस्पादन नहीं कर रहा है।सिर दर्द होना
डिहाइड्रेशन की वजह से सिरदर्द तब होता है जब मस्तिष्क पानी की कमी की वजह से अस्थायी रूप से सिकुड़ने लगता है, जिससे सिर दर्द होता है। इंडियन जर्नल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक डिहाइड्रेशन सोचने समझने और दिमाग के काम करने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। सर्दी में पानी की कमी सिर दर्द का बड़ा कारण बनती है।