क्या आप अपने दफ्तर में बॉस की कुर्सी संभाल रहे शख़्स का भरोसा जीतना चाहते हैं ? क्या आप एक बेहतर नतीजे के साथ प्रबंधन की नज़रों में काबिल कर्मचारी साबित होना चाहते हैं ? तो चलिए हम आपको कुछ ख़ास स्मार्ट तरीके बताते हैं जिनसे आप आपके और आपके बॉस के बीच विश्वास विकसित कर पाएंगे और एक बेहतर कर्मचारी बन जाएंगे। आइये जानते हैं वो Smart Tips –
ऑफिस में कर्मचारी और बॉस के बीच मधुर संबंध होना बहुत जरूरी है। अपने ऑफिस में स्वतंत्र रूप से काम करने की बात हो या अपनी जॉब में तरक्की की बात हो आपके बॉस का आप पर भरोसा जरूरी है। कभी कभी बॉस का भरोसा जितना कठिन हो जाता है। इसलिए यहां आपको कुछ कैसे सुझाव दिए जा रहें हैं जिससे आप अपने बॉस का भरोसा जीत सकते हैं।
जो भी काम दिया जाये उसे मन लगाकर करें !
आपका काम ही आपकी पहचान होती है इसलिए बोस जो भी काम दे उसे पूरी जिम्मेदारी और कुशलता से करने की कोशिश करें। यदि आप मेहनत से प्रयास करते हैं तो आपके बॉस प्रभावित होते हैं।
अपने बॉस को समझने की कोशिश करें !
हर बॉस अलग होता है। इसी वजह से काम को हैंडल करने का उनका तरीका भी अलग-अलग ही होता है। जब आप पहली बार अपने बॉस के साथ काम करना शुरू करते हैं, तो आपको बैठकर बातचीत करनी चाहिए। अपने बॉस के साथ एक गुणवत्तापूर्ण बातचीत करना स्पष्ट रूप से एक अच्छा तरीका है, जिससे आप बेहतर रिश्ते को बढ़ावा दे सकते हैं। अपने बॉस के वर्क पैटर्न को समझने की कोशिश करें।
अपने बॉस के साथ अपने संबंध सकारात्मक रखें !
बॉस से सकारात्मक रिश्ता बनाने का यह मतलब कतई नहीं है कि आप इस बात का फायदा उठाएं। हमेशा ध्यान रखें कि आप अच्छे कर्मचारी तभी कहलाएंगे जब आप अपनी सीमा में रहकर काम करेंगे। दोनों के बीच मधुर संबंध आपके वर्क प्लेस के लिए फायदेमंद सिद्ध होगा साथ ही इसके सकारात्मक प्रभाव पड़ेंगे।
अपने कार्य में सकारात्मक नीति बनाए रखें !
आपके बॉस द्वारा दिया गया कोई कार्य कभी कभी कठिन हो सकता है तो इसके लिए आपको सकारात्मक कार्य नीति बनाए रखनी होगी। यह कार्य नहीं हो पायेगा या कोई बहाना बनाने के बजाए आप कहें की मैं इसे करने की पूरी कोशिश करूँगा। आपकी मेहनत लग्न और कार्य के प्राप्ति सकारात्मक निति देखकर आपके बॉस पर आपके प्रति अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
हर छोटी छोटी बात के लिए न करें परेशान !
यह सही बात है की हर बात अपने बॉस को बता कर या पूछ कर करना चाहियें पर इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है की आप हर छोटी छोटी बाद पूछें। हर छोटी-छोटी परेशानियां लेकर अपने बॉस के पास न जाएं बल्कि पहले अपने स्तर से उसे सुलझाने की कोशिश करें। यदि आपको यह महसूस हो की यह कोई छोटी बात नहीं है या आपको लगे की यह आगे चलकर बड़ा इशू बन सकता है तो जरूर अपने बॉस को सूचित करें और उनसे सलाह लें।