Flash Story
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल
देहरादून :  मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिवर रोगों  को दूर करने में सबसे आगे 
जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए क्या हैं नियम
क्या आप जानते हैं किसने की थी अमरनाथ गुफा की खोज ?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय वन सेवा के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को दी बधाई
आग में फंसे लोगों के लिये देवदूत बनी दून पुलिस
आगर आपको चाहिए बाइक और स्कूटर पर AC जैसी हवा तो पड़ ले यह खबर
रुद्रपुर : पार्ट टाइम जॉब के नाम पर युवती से एक लाख से ज्यादा की ठगी
देहरादून : दिपेश सिंह कैड़ा ने UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, तीसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना

सेहत की बात – ये बीमारी होने पर लगती है बार-बार प्यास, नज़रअंदाज़ ना करें ये लक्षण

गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है. इस साल वक्त से पहले पड़ने वाली इस गर्मी ने लोगों पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है. गर्मियों में गला सूखना और लगातार प्यास का एहसास होना काफी आम है. इसका सिंपल सा मतलब होता है कि आपके शरीर को पानी की जरूरत है ताकि,  की समस्या से बचा जा सके. वहीं, बार-बार गला सूखना और पानी की प्यास बहुत ज्यादा लगना किसी बड़ी बीमारी का संकेत  हो सकता है.ऐसे में अगर आपको महसूस हो कि आपको पानी पीने के बाद भी बहुत ज्यादा प्यास लग रही है, और आप इस प्यास को कंट्रोल करने में असमर्थ हैं तो आपको डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए.यह समस्या होने पर डॉक्टर सबसे पहले डायबिटीज के टेस्ट के लिए बोलते हैं. क्योंकि यह समस्या डायबिटीज के आम लक्षणों में से एक है.लेकिन अगर आपका डायबिटीज टेस्ट ठीक है और इसके बावजूद भी आपको इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो जरूरी है कि आप थोड़ा गहराई में जाकर सोचें और पता लगाएं कि ऐसा क्यों है.

बता दें कि पानी पीने के बावजूद भी बार-बार प्यास लगना आंत से जुड़ी किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है.

बार-बार प्यास लगने का एक कारण आंत का कैंसर हो सकता है.

आंतआंत का कैंसर काफी धीमी गति से शरीर में बढ़ता है. इसके लक्षण काफी देर में नजर आते हैं. लेकिन अगर समय से पहले इसका पता चल जाए तो इस गंभीर बीमारी के खतरे से बचा जा सकता है. आंत का कैंसर होने पर कई लक्षण नजर आते हैं जैसे, दर्द, थकान महसूस करना, भूख कम लगना, वजन कम होना आदि. अगर ये कैंसर शरीर के बाकी हिस्सों में फैलता है तो यह हाइपरलकसीमिया का कारण बन सकता है. यह तब होता है जब डैमेज हड्डियों से कैल्शियम ब्लड में रिलीज होता है, इससे मरीज को काफी ज्यादा प्यास लगती है.

ऐसी कई चीजें हैं जो आपके जोखिम को बढ़ा सकती हैं, जिनमें शामिल हैं –

उम्र- 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को इस बीमारी का सामना करना पड़ सकता है.

डाइट- रेड और प्रोसेस्ड मीट खाना और लो फाइबर डाइट लेने से आंत के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.

वजन- ओवरवेट और मोटे लोगों में आंत के कैंसर का खतरा औरों की तुलना में ज्यादा होता है.

शराब- शराब का सेवन अधिक करने वाले लोगों को आंत के कैंसर का खतरा ज्यादा होता है.

फैमिली हिस्ट्री- जिन लोगों के माता-पिता को ये बीमारी हो चुकी है उनके बच्चों में भी इसके होने का खतरा काफी ज्यादा होता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top