उत्तराखंड में फायर सीजन के दौरान वनों में आग लगने की घटनाओं से सरकार और विभाग के आलाधिकारी दोनों चिंतित हैं और लगातार नज़र बनाये हुए हैं। इन सबके बीच अच्छी खबर है कि आग पर नियंत्रण पाने के लिए वन विभाग ने बड़ी पहल की है.इसके लिए कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास ने बागेश्वर में पहले मॉडल क्रू स्टेशन की शुरुआत कर दी है.
इस मॉडल क्रू स्टेशन में आग से निपटने के लिए वन विभाग के कर्मचारी आधुनिक उपकरणों के साथ 24 घंटे लैस रहेंगे.अच्छी बात ये है कि इनमें कर्मचारियों के लिए रहने-खाने की व्यवस्था, संचार कनेक्टिविटी, आपदा से निबटने को प्रभावी उपकरण, वाहन आदि की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि इस मॉडल क्रू-स्टेशन में 15 कर्मचारियों की तैनाती रहेगी.बागेश्वर के जौलकांडे में करीब 19 लाख रुपये की लागत से बने मॉडल क्रू स्टेशन बनकर तैयार हो गया है.मॉडल क्रू स्टेशन को आधुनिक उपकरणों से लैस किया गया हैअब वनों में आग लगने की सूचना समय पर मिलने के साथ ही जंगलों में वनाग्नि का प्रभाव कम करने में साहयता मिलेगी..
उत्तराखंड के 44 जगहों पर मॉडल क्रू स्टेशन बनेंगेहांलाकि ये कोई नया प्रयास नहीं है बल्कि पिछले वर्ष उत्तराखंड सरकार की ओर से प्रदेश भर में 44 स्थानों पर मॉडल क्रू स्टेशन बनाने का निर्णय लिया गया था. इसमें बागेश्वर को भी एक मॉडल क्रू स्टेशन मिला था..बागेश्वर के इस मॉडल क्रू स्टेशन में पर्याप्त स्टाफ तैनात कर दिया गया है. यह क्रू स्टेशन पूरे साल काम करेगा। फिलहाल देखना होगा कि इस तरह के क्रू स्टेशन जंगल की आग को बुझाने में कितने मददगार साबित होते है।