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कोरोना मरीजों के इलाज के लिए हॉस्टल में कोविड सेंटर बनाया गया है.
COVID care center: टिहरी के टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में 450 बेड का कोविड सेंटर बनाया गया है. इसे जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर किया जाएगा.
टिहरी गढ़वाल. टिहरी में बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के मामलों के चलते अब जिला प्रशासन द्वारा टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में 450 बेड का कोविड सेंटर (Covid Center) तैयार किया गया है. यह कोविड सेंटर जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर किया जाएगा, जिसमें 100 ऑक्सीजन बेड बनाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं. टिहरी जिले में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अभी तक कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 7454 पहुंच गया है. इसमें से 1998 केस अभी एक्टिव हैं और 5510 लोग स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए ऋषिलोक में 200 बेड का कोविड केयर सेंटर चल रहा है वहीं नरेंद्र नगर हॉस्पिटल को 200 बेड का कोविड केयर हॉस्पिटल बनाया गया है. इसके अलावा प्रशासन द्वारा 4 होटल्स को भी कोविड सेंटर के तौर पर लिया गया है, जिसमें से दो सेंटरों पर कोविड मरीज रखे गए हैं. कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब प्रशासन द्वारा टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल का निरीक्षण किया गया और करीब 450 बेड का कोविड सेंटर तैयार कर लिया गया है. जहां सभी सुविधाओं की व्यवस्था कर इसे स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर किया जाएगा. रुड़की : ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमित 5 मरीजों की मौत, मजिस्ट्रेटी जांच का आदेशस्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल स्टॉफ और पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा को देखते हुए यहां कर्मचारी तैनात किए जाएंगे जिसके बाद नई टिहरी और आसपास के क्षेत्र में कोविड संक्रमण के पेशेंट बढ़ने से उन्हें इसी कोविड सेंटर में रखा जाएगा. प्रशासन द्वारा टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज कोविड सेंटर में पर्याप्त व्यवस्थाएं देखते हुए मरीजों के लिए योगा और मानसिक तनाव से निजात दिलाने के लिए भी यहां प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं अधिकारियों की मदद से इसके इंतजाम किए जा रहे हैं, जिससे मरीजों का रिकवरी रेट और अच्छा हो सके. डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि टिहरी जिले में भी लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और लोगों से बार बार एतिहात बरतने के लिए अपील भी की जा रही है. लेकिन कहीं न कहीं लापरवाही के चलते कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है जिसको देखते हुए ऋषिलोक में 200 बेड और नरेन्द्रनगर हॉस्पिटल को कोविड केयर हॉस्पिटल बना दिया गया है और क्रिटिकल कंडीशन वाले कोविड पेशेंट को नरेन्द्रनगर हॉस्पिटल भेजा जा रहा है. जहां ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है. कोविड संक्रमण को बढ़ने के साथ ही अब कोविड सेंटरों में भी बेड की कमी पड़ रही है जिसको देखते हुए टीएचजडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में 450 बेड की व्यवस्था की गई है, जिससे आसपास के क्षेत्र के कोविड पेशेंट को दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और उन्हें यहीं क्वारन्टीन किया जा सकेगा और बेहतर ईलाज भी मिल सकेगा.
वहीं ऑक्सीजन की फिलहाल डिमांड दी गई है और आक्सीजन मिलने के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में ही 100 आक्सीजन बेड भी तैयार किए जाएंगे जिससे कोविड केयर हॉस्पिटल पर भी लोड न बढ़े और मरीजों को नजदीक में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके.
वहीं ऑक्सीजन की फिलहाल डिमांड दी गई है और आक्सीजन मिलने के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में ही 100 आक्सीजन बेड भी तैयार किए जाएंगे जिससे कोविड केयर हॉस्पिटल पर भी लोड न बढ़े और मरीजों को नजदीक में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके.
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