पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड के खूबसूरत दौरे का सबसे बुरा वक़्त होता है जाम के जहां में जब यात्री घंटों फंस जाते हैं। मसूरी , नैनीताल और ऋषिकेश सहित तमाम ऐसे डेस्टिनेशन हैं जहाँ यातायात की समस्या सबसे ज्यादा चुनौती पेश करती है। अब इस दिशा में मुख्यमंत्री धामी ने बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया है।अगर योजना समय से साकार हो गयी तो राज्य के छोटे-बड़े नगरों को पार्किंग सुविधा को लेकर बड़ी राहत मिल जाएगी। धामी सरकार ने पूरे प्रदेश में 232 स्थानों पर पार्किंग निर्माण का निर्णय लिया है। इसमें से 27 स्थानों पर काम शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में अभी पार्किंग का अभाव है, इस कारण वाहन सड़कों पर ही पार्क होते हैं। जिससे जाम की समस्या और विकराल होती है। इस कारण आवास विभाग पार्किंग सुविधा बढ़ाने पर जोर दे रहा है।विभाग प्रथम चरण में 27 स्थानों पर पार्किंग निर्माण की स्वीकृति संबंधित जिला विकास प्राधिकरणों को दे चुका है। इसके अलावा दूसरे चरण में 185 अन्य स्थानों पर पार्किंग निर्माण की तैयारी है। इसमें शहरों के अलावा यात्रा मार्ग के साथ ही पयर्टन स्थलों के छोटे-छोटे कस्बे भी शामिल हैं। आवास विभाग ने जिलाधिकारियों से पार्किंग के लिए तय की गई जगह की जांच करने को कहा है।
विभाग जरूरत के अनुसार सरफेस पार्किंग, मल्टीलेवल पार्किंग, ऑटोमेटेड पार्किंग के साथ ही नई तकनीकी के साथ टनल पार्किंग निर्माण की भी संभावना तलाश रहा है। इसके अलावा शहरों में पार्किंग सुविधा बढ़ाने के लिए भी पार्किंग पॉलिसी तैयार करते हुए, निजी पार्किंग का भी रास्ता साफ करने जा रहा है।
तो अगर आप भी उत्तराखंड की सैर में पहले कभी ट्रैफिक की समस्या से परेशान हो चुके हैं तो फ्रिक्र मत कीजिये उम्मीद रखिये कि जल्द पहाड़ में आपकी यात्रा सुगम और बाधारहित हो जाएगी।