गर्मियों के मौसम में आंखों में एलर्जी होना काफी आम है। इससे बचने के लिए अमेरिका की फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने एक नए प्रकार का कॉन्टेक्ट लेंस बनाया है। ये दुनिया का पहला ड्रग रिलीजिंग कॉन्टेक्ट लेंस है। यानी, इस लेंस के जरिए एलर्जी की दवा सीधे आंखों में डाली जा सकती है। इसे फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने हाल ही में अप्रूव किया है।
फिलहाल आंखों से जुड़ी बीमारियों को दूर करने के लिए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि कई मरीज उनका उपयोग करना भूल जाते हैं। साथ ही, ड्रॉप्स के जरिए आंखो तक दवा ठीक से नहीं पहुंच पाती। लगभग 95% दवा आंख में जाने के बजाय नीचे गिर जाती है।
इस परेशानी से निपटने के लिए वैज्ञानिक कई सालों से मोतियाबिंद और ग्लूकोमा जैसी बीमारियों का इलाज कॉन्टैक्ट लेंस की मदद से करने की कोशिश कर रहे थे। रिसर्च के तीसरे फेज में कॉन्टेक्ट लेंस लगाने के 3 मिनट बाद ही लोगों को आंखों में एलर्जी से होने वाली खुजली से राहत मिली। इसका असर भी 12 घंटे तक बना रहा। रिसर्च नतीजे 2019 में कॉर्निया मैगजीन में प्रकाशित हुए थे।
ऐसे बनाया गया ड्रग रिलीजिंग कॉन्टेक्ट लेंसये कॉन्टेक्ट लेंस न केवल ज्यादा आरामदायक होते हैं, बल्कि आई ड्रॉप्स के मुकाबले आंखों में ज्यादा दवा भी पहुंचा सकते हैं। ये नरम, लचीले कॉन्टेक्ट लेंस पानी को सोखने वाले प्लास्टिक से बने होते हैं, जिसे हाइड्रोजेल कहा जाता है। इनकी संरचना इस बात पर निर्भर करती है कि वे कौन सी दवा रिलीज करने के लिए बनाए गए हैं।
लेंस लगाने के बाद दवा की जरुरत नहीं
जॉनसन एंड जॉनसन के निदेशक ब्रायन पाल ने बताया कि दवा और लेंस अगर सही से काम करें तो एक बार इसे आंख पर लगाने के बाद दवा की जरुरत नहीं होती। हालांकि दूसरी ओर पाल का कहना है कि कॉन्टैक्ट लेंस से जो ड्रग रिलीज होता है, वह केवल कुछ घंटों के लिए ही राहत दे सकता है।
अमेरिका में जल्द आएगा नया कॉन्टेक्ट लेंसपाल ने बताया कि उनकी कंपनी अमेरिका में लेंस पहनने वालों को जल्द से जल्द ये लेंस उपलब्ध कराएगी। कनाडा और जापान में यह पहले से ही उपलब्ध है। बता दें कि आंखों की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए ये कॉन्टेक्ट लेंस सही समाधान नहीं है। उम्र के साथ तो आंखों से जुड़ी परेशानियां बढ़ती ही हैं। उन्हें अपनी आंखों की सावधानी के लिए समय पर आई ड्रॉप्स के साथ कॉन्टेक्ट लेंस का भी ध्यान रखना होगा।