अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन से हल्द्वानी के बनभूलपुरा में रह रहे अफगान के दो परिवार परेशान हैं। वह अपने परिवार के लोगों को भारत में लाना चाहते हैं। दोनों का कहना है कि वीजा मिल जाए तो परिवार को अफगानिस्तान से सुरक्षित निकाल लाएंगे।
अफगानिस्तान के जलालाबाद क्षेत्र के रहने वाले सलीम आगा 1993 से बनभूलपुरा क्षेत्र में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं। सलीम ने बताया कि उनकी आठ बहनें मां और भाई अफगानिस्तान में हैं। उनकी सुरक्षा की चिंता बनी हुई है। फोन करने पर पता चला कि परिवार के लोग सुरक्षित हैं।
अफगानिस्तान के काबुल प्रांत के रहने वाले सैयद रईदा आगा का कहना है कि वह दो साल से यहां रह रहा है। उसकी तीन बहनें, चार भाई और माता-पिता काबुल में हैं। सरकार आदेश दे तो वह अपने परिवार को भारत में बुलाना चाहता है, लेकिन कोई जरिया नहीं मिल रहा है। दोनों जड़ी-बूटी बेचते हैं। दोनों बताया कि उनके देश का रहने वाला एक पठान काठगोदाम में रहता था, लेकिन अभी दूसरे देश में चला गया है।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि अफगानिस्तान में जो भी भारतीय नागरिक फंसे हैं उन्हें हिंदुस्तान लाया जाएगा। कोविड काल में भी प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशों से देश के लोगों वापस बुलवाया।