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क्रोधित स्वभाव का परित्याग करने का तिरंगे के नीचे लिया संकल्प

15 अगस्त पर पुलिस लाइन देहरादून में डीआईजी/ एस0एस0पी0 देहरादून ने ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के पश्चात सभी उपस्थित अधिकारी/ कर्मचारी गणों को उनके व्यक्तित्व में कोई गलत आदत या अवगुण जैसे शराब पीना, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, पान, गुटके का सेवन करना एवं अन्य ऐसी गलत आदत अथवा अवगुण, जिससे उनके व्यक्तित्व, पारिवारिक रिश्तेदारों, समाज व विभाग में गलत संदेश जा रहा है तथा उनके व्यक्तित्व पर कुप्रभाव पड़ रहा है, ऐसे अवगुणों का तिरंगे के नीचे हमेशा के लिए परित्याग करने का आह्वान किया गया

उन्होंने उन गलत आदतों के संबंध में बारीकी से समझाया व उन दुष्प्रभावो के संबंध में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए उनका स्वयं मूल्यांकन करते हुए हमेशा के लिए परित्याग करने के लिए प्रेरित किया , इसके अतिरिक्त उपस्थित सभी अधिकारी /कर्मचारी गणों में से प्रत्येक को तिलांजलि देकर अपने व्यक्तित्व से एक अवगुण का हमेशा के लिए परित्याग कर अपने व्यक्तित्व को निखारने का आह्वान किया गया,

डीआईजी/ एस0एस0पी0 के बार-बार आह्वान करने तथा उपस्थित अधिकारियों/ कर्मचारियों को लगातार प्रेरित करने से एक पुलिसकर्मी प्रवीण कनौजिया सामने आया तथा उसके द्वारा अपने गुस्से का परित्याग कर अपने व्यक्तित्व में सुधार लाने हेतु तिरंगे झंडे के नीचे शपथ ली। उन्होंने कहा कि हो सकता है लोग सार्वजनिक रूप से अपनी कमियों को तिरंगे के नीचे परित्याग करने में हिचक रहे हो लेकिन बाद में वो अवगुण का परित्याग कर सकते हैं।

दरअसल पूर्व में जहां-जहां भी डीआईजी/ एस0एस0पी0 दलीप सिंह कुंवर तैनात रहे, उन्होंने ऐसे राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर अपने अधीनस्थ अधिकारियों/ कर्मचारियों को अपने अंदर के अवगुण का तिरंगे के नीचे परित्याग करने की लगातार प्रेरणा दी है। ऐसा ही एक नज़ारा उस वक़्त दिखा जब पुलिसकर्मी प्रवीण कनौजिया ने क्रोध जैसे विष को त्यागने का तिरंगे के नीचे प्रण लिया।

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