देश के अलग अलग कोने से उठती लव जिहाद , मोहब्बत में मज़हबी साजिश और भाईचारे में नफरत के ज़हर को घोलने की खुराफात से सतर्क उत्तराखंड पुलिस अब विकासनगर की घटनाओं पर अलर्ट हो गयी है। पहले पुरोला और अब राजधानी जहाँ डीआईजी ने तेज़ी से सख्त कार्यवाही करते हुए खुद मौके पर दौरा करते हुए फ्लैगमार्च के आदेश दिए और कड़ी चेतवानी और केस दर्ज़ करते हुए मनचलों और ऐसे अराजकतत्वों को एनएसए कार्यवाही तक की वार्निंग दे दी है। डीजीपी अशोक कुमार का सख्त आदेश है कि देवभूमि की कानून व्यवस्था/ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों/व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी ।
उत्तराखंड पुलिस की तेज़ी का दिखा असर
आपको बता दें कि विकास नगर क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से सांप्रदायिक सौहार्द व कानून व्यवस्था बिगाड़ने तथा महिलाओं से छेड़छाड़ किये जाने के संबंध में हुए विवाद पर तत्काल 2 अलग अलग केस दर्ज करते हुए पुलिस ने 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। पांच जुलाई को दो समुदायों के विवाद के संबंध में जहां साक्षी की शिकायत पर एससी एसटी एक्ट तथा पोस्को एक्ट में अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है, वहीं दूसरे पक्ष में शरबती पत्नी शमीम की तहरीर के आधार पर थाना विकास नगर पर 07 व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज़ किये है। दोनों केस में पुलिस द्वारा अभियुक्तों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दलीप सिंह कुंवर द्वारा स्वयं विकास नगर क्षेत्र का भ्रमण कर कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। साथ ही कानून व्यवस्था व सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले व्यक्तियों को सख्त चेतावनी दी गई है कि किसी भी दशा में क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति व समुदाय को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा। कानून व्यवस्था खराब करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, प्रत्येक घटना की पूर्ण जानकारी पुलिस के पास है तथा पुलिस द्वारा प्रत्येक घटनाक्रम की नियमित रूप से वीडियोग्राफी की जा रही है, इसके अतिरिक्त संपूर्ण क्षेत्र की ड्रोन के माध्यम से भी नियमित रूप से निगरानी करते हुए प्रत्येक गतिविधि पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है।
वहीं डीआईजी ने मुख्यालय में हिंदूवादी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जिसमें उनसे सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपेक्षा के साथ-साथ सांप्रदायिक सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली किसी भी गतिविधि को न करने के संबंध में स्पष्ट रूप से बताया गया। साथ ही स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति अथवा समूह को विधि विरुद्ध कार्य करने की न तो अनुमति दी जाएगी और ना ही ऐसी किसी गतिविधि को बर्दाश्त किया जाएगा, जो भी व्यक्ति या समुदाय विधि विरुद्ध कार्य करते हुए सांप्रदायिक सौहार्द व कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करेगा, उसके विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।आज मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की जाएगी। दून पुलिस की अपील है कि सोशल मीडिया और अन्य स्तर पर आप ऐसे मामलों को ज्यादा तूल न दें।