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कमाल की खबर : ग्रेजुएशन में फेल फिर मेहनत से बने IAS

IAS Success Story: देश ही नहीं दुनियाभर में यूपीएससी एग्जाम सबसे मुश्किल एग्जाम्स में से एक है. इसे क्रैक करना बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. आइये एक ऐसे कैंडिडेट के बारे में जानेंगे जो ग्रेजुएजन में फेल हो चुके थे. लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के कारण आईएएस पद हासिल करके मिसाल कायम किया है. आइये उनके संघर्ष और सफलता की कहानी के बारे में विस्तार से जानते हैं. साथ ही यह भी जानेंगे कि उन्होंने कैसे तैयारी की थी?

ग्रेजुएशन में फेल आईएएस अनुराग की सक्सेस स्टोरी

कहा जाता है मेहनत और स्मार्ट वर्क के सामने दुनिया घुटने टेकती है, फिर ये यूपीएससी तो कुछ नहीं है. इसका जीता जागता उदाहरण कटिहार के रहने वाले अनुराग कुमार हैं. आईएएस अनुराग ने क्लास 8वीं तक हिन्दी मीडियम से पढ़ाई की थी. इसके बाद उनका एडमिशन इंग्लिश मीडियम स्कूल में हुआ था. इस कारण उन्हें अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई करने में काफी दिक्कत हुई थी. वे पढ़ाई करने में बहुत ज्यादा जीनियस तो नहीं थे लेकिन मेहनती बहुत थे. इसी मेहनत के दम पर उन्होंने क्लास 10वीं में 90 प्रतिशत मार्क्स हासिल किया था. 12वीं में भी उन्होंने बहुत अच्छा मार्क्स हासिल किया था. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी. लेकिन अनुराग ग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर में कई सब्जेक्ट्स में फेल हो गए थे. इसके बाद फिर से उन्होंने पेपर दिया और सभी सब्जेक्ट्स में पास किया. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन ले लिया. वे पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान यूपीएससी की तैयारी में जुट गए. दूसरे अटैंप्ट में हासिल किया 48वीं रैंक

अनुराग ने 2017 में 677 रैंक हासिल की थी. लेकिन वे आईएएस नहीं बन पाए थे. इसलिए उन्होंने दोबार तैयारी शुरू कर दी. और 2018 में 48 वीं रैंक लाकर आईएएस पद हासिल करके अपने सपने को साकार करके दिखाया. वे टाइम टेबल को फोकस करने के मामले में हमेशा आगे रहें. तैयारी के दौरान सिर्फ तैयारी करते थे. बेकार की चीजों में समय बर्बाद करने की बजाए सेल्फ स्टडी में टाइम देते थे. सिलेबस का यूनिट वाइज नोट्स तैयार कर रिवीजन करना और प्रीवियस ईयर के पेपर्स का मॉक टेस्ट लगाना आदि आदतें उनके अंदर शामिल थी.

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