देश में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान रोज 4 से 8 लाख तक केस आ सकते हैं। गणितीय मॉडल के आधार पर कानपुर आईआईटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया है कि इस दौरान मुंबई में रोज 30 से 60 हजार और दिल्ली में पीक के दौरान 35 से 70 हजार तक केस आएंगे।
डॉ. अग्रवाल ने अपनी ताज़ा रिसर्च के आधार पर ये भी दावा किया है कि केस बढ़ने पर स्थानीय स्तर पर अस्पतालों में बेड की कमी भी हो सकती है। पीक के समय देश में संक्रमित होने वालों की तुलना में डेढ़ लाख बेड की जरूरत पड़ सकती है। इससे पहले प्रो. अग्रवाल ने एक ट्वीट में कहा था कि पीक के दौरान रोज देश में दो लाख तक केस आएंगे।
दिल्ली-मुंबई में इसी माह पीक संभव
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक दिल्ली और मुंबई में पीक जनवरी के तीसरे सप्ताह में आ सकता है। इस दौरान मुंबई से अधिक केस दिल्ली में मिलेंगे। मुंबई में केसों की तुलना में 10 हजार बेड, दिल्ली में केसों की तुलना में 12 हजार बेड की जरूरत पड़ सकती है।