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कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 6 पर स्थित इस कैशलेस पार्किंग सुविधा में 55 चार-पहिया और 174 दो-पहिया गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. चार-पहिया गाड़ियों का प्रवेश/निकास तथा पेमेंट फास्टटैग के माध्यम से किया जाएगा. पार्किंग शुल्क फास्टटैग के माध्यम से काटा जाएगा, जिससे प्रवेश और भुगतान में लगने वाले समय की बचत होगी. इस सुविधा के तहत केवल फास्टटैग वाली गाड़ियों को ही पार्क करने की अनुमति दी जाएगी.
दो पहिया के लिए अलग सुविधा
दो-पहिया वाहन डीएमआरसी का स्मार्ट कार्ड स्वाइप करने के बाद ही प्रवेश पा सकेंगे. स्मार्ट कार्ड स्वाइप का इस्तेमाल केवल प्रवेश/निकासी का समय दर्ज करने तथा किराए की गणना के लिए ही किया जाएगा और कार्ड से पैसे की कोई कटौती नहीं की जाएगी. पार्किंग शुल्क की अदायगी क्यूआर कोड की स्कैनिंग करते हुए यूपीआई के द्वारा की जा सकेगी. भविष्य में, ये भुगतान डीएमआरसी/एनसीएमसी कार्डों के माध्यम से भी किया जा सकेगा. यह सुविधा डीएमआरसी का एक पायलट प्रोजेक्ट है. आने वाले समय में डीएमआरसी दिल्ली-एनसीआर के अन्य स्टेशनों पर भी ये सुविधा शुरू करने जा रही है.
इसके अलावा, कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 6 और 8 पर ऑटो, टैक्सी और ई-रिक्शा के लिए डेडीकेटेड इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट लेनों को शुरू किया गया. इन लेनों से गाड़ियों की आवाजाही सुगम होगी और स्टेशन पर लास्ट माइल कनेक्टिविटी में बढ़ोतरी होगी. यह पहल इस स्टेशन के मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट का हिस्सा है. मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन के दूसरे चरण में, डीएमआरसी द्वारा एक फूड कोर्ट और तीन लेन के बस-टर्मिनल का निर्माण भी किया जाएगा.
दूसरा चरण पूरा होने के बाद, कश्मीरी गेट एक ट्रांसपोर्ट-हब बन जाएगा जिसमें पार्किंग सुविधा के साथ लाइन-1, लाइन-2 एवं लाइन-6 की मेट्रो कनेक्टिविटी, आईएसबीटी कश्मीरी गेट और टैक्सी/ ऑटो/ ई-रिक्शा सेवाएं शामिल होंगी. इन सुविधाओं से कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन से आने-जाने वाले दैनिक यात्रियों को बहुत राहत मिलेगी, क्योंकि यह स्टेशन एक प्रमुख आईएसबीटी और आसपास स्थित अनेक कार्यालयों से जुड़ा है. कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन डीएमआरसी का एकमात्र ऐसा स्टेशन है जहां तीन इंटरचेंज स्टेशन हैं और यह मेट्रो नेटवर्क के व्यस्ततम स्टेशनों में से एक है.
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