स्मार्ट डीजीपी अभिनव कुमार के नेतृत्व में स्मार्ट पुलिसिंग की ओर उत्तराखण्ड पुलिस ने एक और कदम बढ़ाया है। अब पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरिद्वार में पुलिस सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर से गश्त करेगी। नगर के पैदल रास्तों, गंगा घाटों एवं भीड़भाड़ वाले इलाकों में आसानी से निगरानी कर सकेंगे।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने हरिद्वार की जीवंत सड़कों पर गश्त करने के लिए पुलिस मुख्यालय से चार अत्याधुनिक सेल्फ-बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक स्कूटरों को हरी झंडी दिखाई। पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरिद्वार में पुलिस सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर से गश्त करेगी. उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा दान किए गए, ये पर्यावरण-अनुकूल इलेक्ट्रिक स्कूटर संकरी गलियों में चलने के लिए सुसज्जित हैं, जिससे पुलिस कर्मियों को पैदल रास्तों, गंगा घाटों और शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों की कुशलता से निगरानी करने की सुविधा मिलती है।
महानिदेशक अभिनव कुमार ने भीड़ प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने की स्कूटरों की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया और उनके पर्यावरणीय लाभों पर जोर दिया। “संकीर्ण गलियों में आसानी से चलने वाले ये स्कूटर भीड़ प्रबंधन में मदद करेंगे। इसके अलावा, यह इलेक्ट्रिक स्कूटर पर्यावरण के अनुकूल भी है। इन सेल्फ-बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर को चलाने के लिए हरिद्वार के आठ कर्मियों को भी प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इनका उपयोग मसूरी मॉल रोड, देहरादून पलटन बाजार में भी किया जाएगा,” पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा। सेल्फ बैलेंसिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले आठ कर्मियों को पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशस्ति पत्र भी दिया गया।
इस अवसर पर अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, ए पी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, नीलेश आन्नद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक से सुयश आन्नद, National strategic manager, सन्तोष रंजन, Zonal head, north सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।