स्वास्थ्य विभाग करेगा अंतिम नोटिस जारी स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने दिए निर्देश
प्रदेश के बॉन्ड से जुड़े लापता डॉक्टर्स को स्वास्थ्य सचिव ने अंतिम मौका देते हुए कहा है कि वो तत्काल ड्यूटी पर लौटे वर्ना विभाग उन्हें आउट करने की तैयारी कर रहा है। पहाड़ हो या मैदान आज जिस तरह से स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए तेज़तर्रार सचिव और अनुभवी आईएएस डॉ राजेश कुमार ने रफ़्तार पकड़ी है उसके बाद विभाग की अब उन डॉक्टर्स पर नज़रे टेढ़ी होनी तय है जो अपने फ़र्ज़ और ज़िम्मेदारी से भागते रहे हैं।
स्वास्थ्य सचिव् डॉ राजेश कुमार ने बताया है अब सरकार की ओर से अनुपस्थित डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी । सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर.राजेश कुमार ने कहा कि विभाग ने प्रदेश भर में कार्यरत डॉक्टरों का डाटा तैयार किया है। इसमें 109 डॉक्टर लंबे समय से अनुपस्थित हैं।
राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की कमी से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, विभाग में 109 डॉक्टर ऐसे हैं, जो लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे हैं। शासन अब इन डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सेवाएं समाप्त करेगा।
स्वास्थ्य विभाग के ढांचे में डॉक्टरों के 2856 पद स्वीकृत हैं। इसमें वर्तमान में 1924 पदों पर डॉक्टर तैनात हैं जबकि 588 पदों पर संविदा और बांडधारी डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं। वहीं 13 जिलों में 109 डॉक्टर बिना अनुमति के अनुपस्थित चल रहे हैं। ये डॉक्टर निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं या अपना क्लीनिक चला रहे हैं।
विभाग की फाइलों में डॉक्टरों की तैनाती है। लेकिन अस्पतालों से नदारद हैं। अब सरकार की ओर से अनुपस्थित डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए रही है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर.राजेश कुमार ने कहा कि विभाग ने प्रदेश भर में कार्यरत डॉक्टरों का डाटा तैयार किया है। इसमें 109 डॉक्टर लंबे समय से अनुपस्थित हैं।
इन डॉक्टरों को अंतिम नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद उनकी सेवाएं समाप्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए सरकार ज्यादा वेतन देने तैयार हैं। इसके अलावा संविदा के आधार पर भी डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है।