प्रदेश में गरीबों के हक़ का राशन हड़पने वालों पर धामी सरकार का चाबुक बरसने को तैयार है। प्रदेश सरकार फ़र्ज़ी राशन कार्ड धारकों पर बेहद कडा रुख अपनाने की तैयारी कर रही है। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में एक लाख 84 हजार से अधिक अंत्योदय एवं 12 लाख 27 हजार से अधिक प्राथमिक परिवारों के राशन कार्ड धारक हैं। आशंका जताई जा रही है कि इनमें बड़ी संख्या में फर्जी एवं अपात्र राशन कार्ड धारक भी शामिल हैं जो हर महीने गरीबों को मुफ्त एवं बहुत कम कीमत पर मिलने वाले राशन को चट कर रहे हैं।
प्रदेश में ऐसे फर्जी एवं अपात्र राशन कार्ड धारक जिन पर सरकार ने सख्ती करने का फैसला किया है उन्हें और अपात्र राशन कार्ड धारकों को पहले राशन कार्ड को पूर्ति निरीक्षक कार्यालय में सरेंडर के लिए दस दिनों का समय दिया जायेगा। इस दौरान राशन कार्ड सरेंडर करने वालों केेे खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी। उनका नाम व पता भी गोपनीय रखा जाएगा, लेकिन तय समय के बाद राशन कार्ड सरेंडर न होने पर राशन की वसूली के साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। टोल फ्री नंबर होगा जारी अपात्र होने के बावजूद हर महीने अंत्योदय और प्राथमिक परिवार राशन कार्ड धारकों का राशन ले रहे कार्डधारकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग टोल फ्री नंबर भी जारी करेगा। इस नंबर पर ऐसे फर्जी व अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ शिकायत करने वाले का नाम व पता गोपनीय रखा जाएगा।हर महीने कितना मिलता है राशन अंत्योदय राशन कार्ड धारक तीन रुपये किलो चावल व दो रुपये किलो के हिसाब से गेहूं दिया जाता है। इसके अलावा पांच किलो फ्री राशन मिलता है। लिहाज़ा बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो मलिन बस्तियों और नदियों किनारे रहते हैं और अपात्र होने के बाद किसी न किसी तरह का फर्जीवाड़ा करके इन योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं जिसपर किसी और ज़रूरतमंद का हक़ है। आपको भी कोई ऐसी फ़र्ज़ी कार्ड होल्डर की जानकारी मिलती है तो विभाग को ज़रूर सूचित करें।