उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा को यादगार और बिना किसी बाधा के संपन्न करने के लिए एक तरफ सरकार पूरा प्रयास कर रही है वहीँ पहाड़ों में उत्तराखंड की मित्र पुलिस भी इस मानवीय ज़िम्मेदारी को निभाने के लिए जुट गयी है। प्रदेश की सीनियर आईपीएस और एसपी चमोली श्वेता चौबे ने यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों से जुड़े हर पॉइंट्स को चाक चौबंद और जन सुविधाओं से जोड़ते हुए पुलिस कर्मियों को मददगार बनकर अतिथि देवो भवः की भावना से ड्यूटी निभाने की नसीहत दी है।
इसी लक्ष्य को और पुख्ता करने के लिए एसपी श्वेता चौबे ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सभी थाना/चौकी प्रभारियों की ब्रीफिंग लेकर यात्रा सम्बन्धी तैयारियों की समीक्षा की गई व आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.
सुरक्षित चारधाम यात्रा के परिपेक्ष में जनपद पुलिस द्वारा अपनी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पुलिस अधीक्षक चमोली श्रीमती श्वेता चौबे महोदया द्वारा जनपद में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं के दृष्टिगत कल दिनांक 5.5.2022 को देर रात्रि वीडियो कॉन्फ्रेन्सिग के माध्यम से यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सभी थाना/चौकी प्रभारियों की ब्रीफिंग की गई व यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। सभी थाना/चौकी प्रभारियों से बारी-बारी समस्याएं पूछी गयी एवं उनके शीघ्र निवारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया।
सुगम एवं सुरक्षित यात्रा हेतु सभी थाना/चौकी प्रभारियों को एसपी श्वेता चौबे ने ये दिशा-निर्देश दिए –
• यात्रा ड्यूटी में नियुक्त किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को कोई भी समस्या होने पर तत्तकाल निवारण किया जाए।
• यात्रा मार्ग की सभी थाना/चौकियों में प्राथमिक उपचार सम्बन्धी उपकरण/सामग्री, ड्रैंगन लाईट्स, स्ट्रेचर जरुर रख लिए जाएं।
• यह सुनिश्चित कर लिया जाय कि हर पुलिस कर्मी द्वारा यात्रियों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार किया जाय।
• प्रत्येक थाने में विशेष पुलिस अधिकारी नियुक्त कर उनसे यात्रा ड्यूटी में सहयोग लिया जाए।
• यात्रा मार्ग की सभी थाना/चौकी प्रभारियों द्वारा अपने-2 क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग में कार्य कर रहे कार्यदायी संस्था पीएम,जेई,एई,जेसीबी ऑपरेटरों, के नम्बर रखे जाएं, ताकि यात्रा मार्ग बाधित होने की स्थिति में तत्काल मार्ग खुलवाने हेतु सम्बन्धित से सम्पर्क किया जा सके।
जिस तरह से मित्र पुलिस की चमोली में कमान सम्हाल रही एसपी श्वेता चौबे ने अपनी टीम में सेवा , सुरक्षा और सहयोग की भावना को सबसे पहले रखने की हिदायत दी है उससे न सिर्फ स्थानीय लोगों में बल्कि तीर्थयात्रियों में पुलिस के प्रति भरोसा और भी मजबूत हुआ है।