विशेष रिपोर्ट – आशीष तिवारी दुनियाभर के शिव भक्तों की पहाड़ में स्थित शिवधाम की सबसे रोमांचक तीर्थ यात्रा मानी जाती है। इसीलिए शिवरात्रि पर जब ये घोषणा हुयी कि केदार बाबा के कपाट छह मई को सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर खोले जाएंगे तो लोगों में जोश भर गया। आपको बता दें कि परम्परा के अनुसार महाशिवरात्रि पर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में 12वें ज्योतिर्लिंग में शामिल भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि तय की गई।शीतकाल के छह महीने कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि निश्चित होने के साथ ही ये भी तय हुआ कि ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से बाबा केदार की डोली 2 मई को केदार धाम के लिए प्रस्थान करेगी। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पौराणिक परंपराओं के अनुसार शिवरात्रि के पर्व पर केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि वैदिक पूजा अर्चना के साथ ही पारंपरिक रीति रिवाज के तहत घोषित की गई। हक हकूकधारी, वेदपाठी, मंदिर समिति के पदाधिकारी, तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में पंचांग गणना के अनुसार तिथि की घोषणा की गई।तय किये गए शेड्यूल के अनुसार 2 मई को डोली गुप्तकाशी, 3 मई को फाटा, 4 मई को गौरीकुंड वह रात्रि विश्राम के बाद 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 6 मई को सुबह 6 बजकर 25 पर कपाट आम भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, केदारनाथ के धर्माधिकारी ओंकारेश्वर शुक्ला, पुजारी व वेदपाठी गणों द्वारा पंचांग गणना के बाद कपाट खुलने की तिथि व मुहूर्त निश्चित किया गया। तो अगर आप भी बाबा केदार के दर्शन और तीर्थ यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो तैयारी शुरू कर दीजिये