दिल्ली एनसीआर की आसमान छूती हुई मल्टीनेशनल कंपनीयों की इमारतें, चमचमाती सड़कें, जगमगाती लाइट की रोशनी में विकास की जो परिभाषाएं गढ़ी गयीं थी… मेरठ उस विकास का नया अध्याय बनने जा रहा है.. उत्तर प्रदेश के नक्शे में राजधानी दिल्ली से सटा हुआ मेरठ अब यूपी का नया ग्रोथ इंजन साबित हो रहा है।
बुलेट ट्रेन की तर्ज पर देश की पहली रैपिड ट्रेन “नमो भारत”
मेरठ से होते हुए गाजियाबाद और दिल्ली विकास की रफ्तार का नया रास्ता देश की पहली रैपिड ट्रेन नमो भारत का उद्घाटन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी कर चुके हैं इस ट्रेन से जहां यातायात के साधन पहले से बेहतर हुए हैं वहीं इन पत्तियों से आर्थिक तरक्की का रास्ता मजबूत किया जा रहा है. अब आप 1 घंटे से कम समय में दिल्ली और मेरठ का रास्ता विश्व स्तरीय स्पीड से तय कर सकते हैं.
मेरठ विकास प्राधिकरण ने बनाई महा योजना 2031
मेरठ के विकास की ये नई इबारत मेरठ विकास प्राधिकरण के वीसी अभिषेक पांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन को ध्यान में रखते हुए तैयार की है। इस महा योजना 2031 में शहरी ,ग्रामीण कृषि और उद्योगों सभी की तरक्की के सार्थक मास्टर प्लान बनाए गए हैं जिनमें विकास के साथ ही शहर के मूलभूत स्वभाव और प्राकृतिक दशाओं का पूरा ख्याल रखा गया है, कहने का मतलब साफ है कि एक तरफ जो विकास की ऊंचाई मापने वाली हाई राइज बिल्डिंग दिखाई देंगे तो पूरे शहर में ग्रीनलैंड बनाकर हरियाली को शुद्ध हवा की खुशहाली भी बनाया जाएगा। मेरठ विकास प्राधिकरण के विषय अभिषेक पांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भजन को ध्यान में रखते हुए महे योजना 2031 तैयार की है जिस पर मुख्यमंत्री योगी ने भी अपनी मंजूरी दे दी है।
मेरठ महायोजना 2031
उत्तर प्रदेश की जीडीपी में अहम योगदान करने के लिए मेरठ महा योजना तैयार की गई है.. इस योजना का लक्ष्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीन ट्रिलियन इकोनामी को अमली जामा पहनाना है.. शुरुआती तौर पर मेरठ महा योजना 2031 में 3000 करोड रुपए के निवेश को धरातल पर लाने की योजनाएं बनाई गई हैं।
GIS आधारित देश की पहली महा योजना
मेरठ में अमृत योजना के अंतर्गतक्ष जिस बेस्ट देश की पहली महा योजना है जो तोड़ नीति पर आधारित है जिसमें मेरठ के ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित करते हुए भविष्य की लगभग 30 लाख की आबादी के आधार पर नव नगरीय क्षेत्र जिनमें शहर कैंट, दौराला, खरखोदा मवाना, सरधना, हस्तिनापुर लावण ,बेहसूमा सहित 305 गांवों को 1043 स्क्वायर किलोमीटर की महायोजना में 28724.11 हेक्टेयर भूमि पर आवासीय इमारतें और कमर्शियल इंडस्ट्रियल स्थापित की जाएगी इसी के साथ ओपन स्पेस यानी कि खुले वातावरण में ट्रांसपोर्टेशन और लोगों के मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए हरे-भरे वातावरण में मनोरंजन पार्क भी प्रस्तावित हैं
मिक्स लैंड यूज़
मेरठ साउथ सदा जॉन प्रदेश का ऐसा पहले प्लान है जिसकी लागत 4000 करोड रुपए की है जहां 458 हेक्टेयर भूमि पर मिक्स लैंड उसे हाउसिंग कमर्शियल इंडस्ट्रीज ऑफिस स्कूल और मनोरंजन की सभी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए प्लान तैयार किया गया है इसके साथ ही मोदीपुरम में एसडीए 373 हेक्टेयर भूमि में बनाया जाएगा.
मेरठ महा योजना के विशेष लक्ष्य
7 टीओडी जोन में सीमित भूमि इस्तेमाल के लिए नमो भारत रेल कोर्डिडोर के दोनो ओर डेढ़ किलोमीटर मेट्रो रेल के आधा किलोमीटर क्षेत्र में पांच गुना निर्मित तल अनुमन्य होगा
15 जोन में टाउनशिप हाई राइस बिल्डिंग पीएनजी ईचार्जिंग स्टेशन इंडस्ट्रियल कलस्टर मेरठ मंडपम कन्वेंशन सेंटर ,सिटी फॉरेस्ट पेडेस्ट्रियन स्ट्रीट ,शहीद स्मारक गूगल तीर्थ का सुंदरीकरण आर्ट गैलरी की स्थापना की जा रही है
28 नई सड़को का निर्माण करने का लक्ष्य है जिन्हें मुख्य मार्गों से जोड़कर लॉजिस्टिक डॉकयार्ड वेयर हाउस तैयार किए जा रहे हैं… ऐसा होने से कोई भी सामान फैक्ट्री से रीजनल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर सिटी डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर होते हुए अर्बन क्रॉस डॉक्स स्टोर से सीधा ग्राहक तक पहुंचेगा इससे खर्चीली ढुलाई और जाम से मुक्ति मिल जाएगी..
मेरठ ले रहा है तरक्की का नया अवतार
मेरठ में विकास को मिलेगी रफ्तार उत्तर प्रदेश में शुरू हो रहा नया अध्याय जो कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में जो न सिर्फ जनसंख्या के लोड को कम करेगा बल्कि शहर से लेकर आसपास के देहात के लोगों के तरक्की के सपने भी अब होंगे साकार