उत्तराखंड में खेल प्रेमियों की कोई कमी नहीं है। खिलाडियों और खेलों को प्रोत्साहन देने में मुख्यम्नत्री पुष्कर सिंह धामी भी बेहद गंभीरता दिखा रहें हैं। बावजूद इसके खेल विभाग के अफसरों को जैसे इसकी कोई परवाह ही नहीं है तभी तो देश की प्रतिष्ठित वेटरन क्रिकेट प्रतियोगिता को आयोजित करने से उत्तराखंड चूक गया जिसके ज़िम्मेदार अफसरशाही को बताया जा रहा है। आपको बता दें कि विभाग और कंपनी के बीच लड़ाई के कारण IVPL आयोजन ग्रेटर नोएडा शिफ्ट हो गया है। जहां प्रदेश राष्ट्र मण्डल खेल के आयोजन की तैयारी का दावा किया जा रहा हो वहां IVPL जैसी बड़ी १० दिन चलने वाला आयोजन सरकार की लापरवाह की भेट चढ़ गया।
इसके पहले आयोजक मंडल ने देहरादून में लम्बी कसरत की , आयोजकों ने आयोजन की सभी कागज़ी औपचारिकताएं निभायी लेकिन प्रायोजक ७-८ दिन की भागदौड़ और अधिकारियों के लचर रवैये को देख आईवीपीएल जैसी प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगिता ले जाने पर विवश हो गए जिसमें क्रिस गेल, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, पठान ब्रदर्स, क्रिस मोरिस, मुनाफ़ पटेल, स्मिथ, रैयडू, पैनेसर, बिन्नी,आदि खिलाड़ियों को उत्तराखंड के खेल प्रेमी खेलते देख पाते। और राजधानी १० दिन क्रिकेट के उत्सव में डूबा होता लेकिन वाह रे ब्यूरोक्रेसी के रंग जिसमें इस आयोजन में भंग मिला दिया।