मानव शरीर के अंदर सूजन आना ये गंभीर बीमारी हो सकती है अगर कंधा,हाथ, पैर, जांघ, कमर और कूल्हों की मांसपेशियों में सूजन आती है तो आप मायोसाइटिस (Myositis) नामक बीमारी से पीड़ित हैं। जानिए क्या है ये मायोसाइटिस (Myositis) बीमारी मायोसाइटिस (Myositis) बीमारी एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है और इस बीमारी के कारण शरीर कई हिस्सों में सूजन आने लगती है और इस सूजन के कारण दिल, फेफड़ों और खाने की नली में भी परेशानी आ सकती है. वहीं यह बीमारी कई सारी बिमारियों का ग्रुप है बीमारी के लक्षण रिसर्च के अनुसार, इस बीमारी के लक्षण मांसपेशियों में दर्द, थकान, खाने-पीने में परेशानी और सांस लेने जैसी तकलीफ है। यह बीमारी महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ज्यादा प्रभावित करता है और यह बच्चों को भी ये बीमारी हो सकती है. वहीं इस बीमारी के कारण वजन का घटना, बुखार, थकान, कमजोरी, रैशेज, खाने में परेशानी भी हो सकती है.इस बीमारी के हैं 4 ग्रुप
मायोसाइटिस बीमारी के ग्रुप में पॉलीमायोसाइटिस, डर्मेटोमायोसाइटिस, इंक्लुज़न-बॉडी मायोसाइटिस, जुवेनाइल मायोसाइटिस शामिल हैं. वहीं पॉलीमायोसाइटिस धड़ के करीब वाली मांसपेशियों से शुरू होती है। धीरे-धीरे यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैलता है। यह सबसे आम होता है. वहीँ डर्मेटोमायोसाइटिस की बीमारी स्किन को इफेक्ट करती है। चेहरा, आंख, गर्दन, कमर, छाती पर रैशेज निकलने लगते हैं और इंक्लुज़न-बॉडी मायोसाइटिस बीमारी कलाई, ऊंगली और जांघ के मांसपेशियों में सूजन और कमजोरी पैदा करती है।
यह बीमारी पुरुषों में ज्यादा होता है।
वहीं जुवेनाइल मायोसाइटिस बीमारी यह डिजीज 18 साल से कम उम्र के बच्चों को अपने चपेटे में लेता है। इसके अलावा टॉक्सिक मायोसाइटिस है और इस बीमारी में कुछ दवाओं के सेवन से दर्द और सूजन की स्थिति बनती है. मायोसाइटिस का इलाज इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है. लेकिन इसके लक्षणओं को कंट्रोल या खत्म करने के लिए दवाएं और थेरेपी दी जाती हैं। वहीं हेल्दी डाइट, फिजियो थेरेपी, एक्सरसाइज और योगा से से इसे कंट्रोल कर सकते हैं।.