Flash Story
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल
देहरादून :  मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिवर रोगों  को दूर करने में सबसे आगे 
जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए क्या हैं नियम
क्या आप जानते हैं किसने की थी अमरनाथ गुफा की खोज ?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय वन सेवा के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को दी बधाई
आग में फंसे लोगों के लिये देवदूत बनी दून पुलिस
आगर आपको चाहिए बाइक और स्कूटर पर AC जैसी हवा तो पड़ ले यह खबर
रुद्रपुर : पार्ट टाइम जॉब के नाम पर युवती से एक लाख से ज्यादा की ठगी
देहरादून : दिपेश सिंह कैड़ा ने UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, तीसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना

तसनीमा कौसर और ज़ोया शेख़ ने अपनी शायरी से जीता दर्शकों का दिल    

देहरादून में कविता कहानी के मंच का आयोजन किया गया। कविता कहानी मंच के निर्देशक प्रीतम जो की जगह जगह जाकर कविता कहानी का मंच लोगो को देते हैं। देहरादून मे हुआ इस मंच में दूर-दूर से लोग आए।

जिसमे  दून महिला शक्ति ट्रस्ट की ऑनर तसनीमा कौसर और ज़ोया शेख़ ने अपनी शायरी से इस मंच को चार चाँद लगा दिए और कविता कहानी के मंच में आये लोगों को अपनी शायरी से मंत्रमुग्ध कर दिया, और साथ में शाम को और भी रंगीन बना दिया।

तसनीमा कौसर दून महिला शक्ति ट्रस्ट की ऑनर होने के साथ साथ समाज सेविका भी है, तसनीमा कौसर एक ऐसा नाम हे जिसने  कदम कदम पर हर पल हर वक्त बहुत दिक्कतों का सामना किया और कभी हार नहीं मानी, दिक्कतों का सामना करते हुए अपने कदम  आगे बढ़ाती  रही , और आज तसनीमा कौसर 2500  महिलाओं की एक शानदार  लीडर बनकर काम कर रही हे, अपना एनजीओ दून महिला सकती ट्रस्ट चला रही है,  तसनीमा कौसर हर लेडी को स्ट्रांग बनाती कहती चाहती है।

 

ज़ोया शेख़ का कहना है, कौन कहता है कि लड़कियां बोझ है. हर लड़की स्ट्रांग है आज की लड़की अपना बोझ तो क्या, परिवार का बोझ भी अपने कंधों पर उठाने की हिम्मत रखती है। तभी तो उन्हे संसार की जननी कहा गया है। बेशक पहले स्त्री को अबला माना जाता है, लेकिन आज की नारी अबला नहीं।  शिक्षा हो या खेल कूद का क्षेत्र हो वह  हर जगह अपनी मेहनत के बलबूते पर आगे बढ़ रही हैं। बेटों की तरह वह भी पूरी निष्ठा के साथ जिम्मेदारियां संभाल रही है। देश की बेटियां अब सिर्फ सिलाई- कढ़ाई या ब्यूटी पार्लर तक ही सीमित नहीं रह गई है बल्कि वह तो दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए तैयार हैं।   

प्रोग्राम के आखिर में बड़े ही सम्मना से तसनीमा कौसर और ज़ोया शेख़ को निर्देशक प्रीतम द्वारा सर्टिफिकेट देते हुए सम्मानित किया। और साथ में निर्देशक  प्रीतम ने तसनीमा को दिल्ली में आने का अवसर भी दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top