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नैनीताल में भी दरार की आहट – संयोग या संकेत ?

जोशीमठ को सम्हालने की जद्दोजहद कर रही धामी सरकार के सामने झीलों की नगरी और विश्व प्रसिद्ध टूरिस्ट सिटी नैनीताल आने वाले दिनों में एक चुनौती बन सकती है। राज्य के इस पर्यटक स्थल पर पड़ रही दरारें आने वाले कल ले खतरें के संकेत दे रही हैं। ताजा मामला नैनीताल स्थित लोअर माल रोड का है। सड़क पर लगभग 10 मीटर लम्बी दरारें देखी गयीं। सूचना मिलतने ही ​लोक निर्माण विभाग हरकत में आया तो दरारों को भरने का उपक्रम चला। पर उसका कोई स्थायी हल निकलता नजर नहीं आया। हालांकि रोड पर दरारें पड़ने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है।

बीते दिन स्थानीय लोगों की नजर माल रोड की दरारों पर पड़ीं। थोड़ी देर में यह खबर चारो तरफ फैल गयी और स्थानीय कारोबारी भी वहां इकटठा हो गए। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों को इसकी जानकारी दी गयी। विभाग के कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंची तो दरारों को डामर से भरने का काम शुरु कर दिया।

विभाग के अधिशासी अभियंता का भी कहना है कि सड़क की दरारों को डामर से भरा गया है। विभाग पहले ही सड़के के स्थायी मरम्मत के लिए शासन को डीपीआर भेज चुका है। पर तकनीकी खामियों के चलते शासन ने उसे लोनिवि को वापस कर दिया। उन खामियों को ठीक कर लिया गया है। फिर से संशोधित डीपीआर फिर से शासन को भेजी जाएगी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि वर्ष 2018 में ऐसी ही घटना हुई थी। उस समय बारिश के चलते सड़क का 25 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था। उसके बाद से ही रोड के विभिन्न हिस्सों में दरारें देखी जा रही हैं। वहीँ व्यापारियों का कहना है कि सड़क पर पड़ रही दरारों के स्थायी समाधान का काम अब तक नहीं शुरु हो सका है, जबकि वर्ष 2018 के बाद से ही समय समय पर सड़क पर दरारें पड़ती रहती हैं और लोनिवि उन्हें भरने का काम करता है। यदि जोशीमठ जैसा संकट यहां भी आया तो व्यापार प्रभावित हो सकता है।

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