न्यूज़ वायरस के लिए महविश की रिपोर्ट ——
देश की आजादी एवं उसकी आन बान और शान का प्रतीक तिरंगा झंडा राष्ट्र के प्रति सम्मान और देश भक्ति की भावना को जाग्रत करने के उद्देश्य से देश में हर घर तिंरगा अभियान चलाया जा रहा है | इसी कड़ी में आजादी के महोत्सव पर कोटद्वार में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण की अगुवाई में तिरंगा पदयात्रा निकाली गई। इस दौरान पूर्व सैनिक, शिक्षकों, डॉक्टर, अधिकारियों, कार्यकर्ताओं, स्कॉट गाइड, स्कूल के बच्चों एवं हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने भारत माता की जय व वंदे मातरम् के उद्घोष तिरंगा जागरूकता पदयात्रा निकाली और हर घर तिरंगा फहराने की अपील की।
हर घर तिरंगा अभियान के तहत कोटद्वार में संगम रिसोर्ट, देवी मंदिर से मालवीय उद्यान तक तिरंगा पदयात्रा का आयोजन किया गया, पद यात्रा मालवीय उद्यान में समाप्त हुई जहा पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए| इस पदयात्रा के के दौरान प्रत्येक व्यक्ति के मन में तिरंगे के लिए सम्मान एवं जज्बा दिखाई दे रहा था| भारत माता के नारों से पूरा कोटद्वार क्षेत्र गुंजायमान हो बैठा| महिला, पुरुष, बुजुर्ग एवं बच्चों ने पैदल चल कर घर-घर तिरंगा लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया| इस दौरान स्कूल के बैंड पर देशभक्ति गीतों के साथ प्रत्येक व्यक्ति आजादी के इस उत्सव पर झूम रहा था|इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि तिरंगा झंडा जिस शान से लहराता है उसे देखकर हर भारतवासी का हृदय भावों से भर जाता है। देश के प्रति समर्पण और प्रेम का संचार मन में होता है। यह तिरंगा झंडा ही है जिसको देखकर सैनिक सीमा पर पूरे साहस के साथ तैनात रहते हैं और दुश्मनों के छक्के छुड़ाते रहते हैं। अपनी जान की भी परवाह नहीं करते ऐसा अदम्य साहस भारतीय तिरंगा के दम पर ही सैनिकों के भीतर पैदा होता है।
उन्होंने कहा की आमजन के मन में राष्ट्रीयता की भावना का संचार तिरंगा के माध्यम से हो रहा है। आंखों के लिए सामने लहराता राष्ट्रीय तिरंगा और मन में देश के लिए कुछ कर गुजरने का संकल्प भारत को नया भारत बना रहा है। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज 21वीं सदी के इस दौर में विकास मंत्र बन गया है।
तिरंगा पदयात्रा के प्रारंभ होने से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने सिद्धबली बाबा के मंदिर पहुंचकर माथा टेका एवं पूजा अर्चना कर आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना की| साथ ही मंदिर परिसर में तिरंगा भी लहराया|