न्यूज़ वायरस के लिए महविश की रिपोर्ट
भारत में लगभग हर घर में खाना बनाने के लिए एपीजी गैस का उपयोग होता है। देश में एलपीजी वितरण का काम कई कंपनियां करती हैं, लेकिन इन सब में एक बात कॉमन होती है। वह है इसके द्वारा ग्राहकों को दिए जाने जाने वाले सिलेंडिर की डिजाइन और उसका रंग। भारत में घरेलू उपयोग में इस्तेमाल किए जाने वाले सिलेंडर का रंग लाल होता है। वैसे हर देश में सिलिंडर का रंग अलग-अलग होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि, सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है। इसे लाल कलर से रंगे जाने के पीछे की वजह क्या हो सकती है। आज हम आपको इन्ही सारे सवालों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।आमतौर पर घर में इस्तेमाल किया जाने वाले सिलेंडर लाल रंग के होते हैं। व्यापारिक इस्तेमाल वाले सिलिंडर नीले रंग के होते हैं। उसके बीच में लाल रंग की पट्टी होती है। भारत में सिलिंडर के लाल रंग की कोई खास वजह नहीं है। फिर भी माना जाता है कि दृश्य स्पेक्ट्रम में लाल रंग के प्रकाश की तरंगदैर्घ्य सबसे अधिक होती है। इसलिए सिलेंडर को लाल रंग से पोता जाता है। लाल रंग की वजह से ये दूर से भी दिखाई देता है। लाल रंग का प्रयोग किसी भी ऐसी चीज के लिए किया जाता है जो खतरनाक हो। एलपीजी ज्वलनशील गैस होती है और इसके परिवहन में खतरा है। लाल रंग को दूर से देखा जा सकता है।
भारत में जहां एलपीजी के लिए लाल सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं चीन में एलपीजी गैस हरे रंग के सिलेंडर में भरी जाती है। इसके अलावा सिंगापुर, श्रीलंका नीले रंग के एलपीजी सिलेंडर का इस्तेंमाल किया जाता है। वहीं भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लदेश में एलपीजी सिलेंडर का रंग नारंगी होता है। थाईलैंड समेत कई देशों में ग्रे कलर का एलपीजी सिलेंडर इस्तेमाल होता है। अमेरिका में घरेलू गैस को प्रोपीन कहा जाता है। ये भूरे रंग के सिलेंडर में दी जाती है।वहीं ब्रिटेन में खाना बनाने वाले गैस सिलेंडर का रंग मैरून होता है।