Flash Story
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल
देहरादून :  मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिवर रोगों  को दूर करने में सबसे आगे 
जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए क्या हैं नियम
क्या आप जानते हैं किसने की थी अमरनाथ गुफा की खोज ?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय वन सेवा के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को दी बधाई
आग में फंसे लोगों के लिये देवदूत बनी दून पुलिस
आगर आपको चाहिए बाइक और स्कूटर पर AC जैसी हवा तो पड़ ले यह खबर
रुद्रपुर : पार्ट टाइम जॉब के नाम पर युवती से एक लाख से ज्यादा की ठगी
देहरादून : दिपेश सिंह कैड़ा ने UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, तीसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना

पायलट से धोखाधड़ी फ्लैट दिलाने के नाम पर लूटे 6 लाख 60 हजार रुपए 

उत्तराखंड में फ्लैट दिलाने के नाम पर हो रही है धोखाधड़ी। उत्तराखंड पुलिस धीरे धीरे कस रही है कमर। हाल ही में देहरादून थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंतर्गत पवन हंस पायलट द्वारा हरिद्वार रोड स्थित वन लवा आवासीय कॉलोनी में फ्लैट बुक कराने के बाद भी बिल्डरों द्वारा उन्हें फ्लैट नहीं दिया गया. तीन साल बाद जब पायलट को फ्लैट नहीं मिला तो उसने जीटीएम बिल्डर्स के निदेशक व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया.. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।गौर हो कि जौलीग्रांट स्थित देहरादून एयरपोर्ट पर पवनहंस के पायलट कैप्टन मसूद हसन खान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके भाई मशरूफ खां राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर हैं. मशरूफ खां ने हरिद्वार रोड पर प्रस्तावित फॉरेस्ट लवाना आवासीय कॉलोनी में फ्लैट बुक किया था. जीटीएम बिल्डर के डायरेक्टर नितिन कपूर को साल 2014 में 06 लाख 60 हजार रुपए जीटीएम बिल्डर्स के खाते में जमा कराए थे. कुछ समय बाद निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ लेकिन कपूर ने निर्माण होने की जानकारी मशरूफ खां को दी. कुछ समय बाद फ्लैट को कैप्टन मसूद हसन ने अपने भाई मशहूर से खुद के नाम करवा लिया और उसके बाद नितिन कपूर से मिले तो उन्होंने बताया कि काफी निर्माण कार्य हो चुका है. इसलिए बाकी पैसा जमा करने की बात कही और कहा कि फ्लैट जल्द हैंडओवर कर दिया जाएगा.कैप्टन मसूद हसन द्वारा जब नितिन कपूर से लोन लेने के लिए सहयोग मांगा तो नितिन ने किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया. उसके बाद मसूद हसन निर्माण कार्य स्थल पर निरीक्षण करने पहुंचे. लेकिन गार्ड ने जाने से रोक दिया और पता चला कि वहां कोई निर्माण ही नहीं हुआ है. जब मसूद हसन ने इस बारे में नितिन कपूर से बात की तो नितिन कपूर ने आश्वासन दिया कि 2015 में फ्लैट हैंडओवर कर दिया जाएगा. साल 2015 और साल 2016 तक भी फ्लैट बनकर तैयार नहीं हुआ. उसके बाद मसूद हसन द्वारा रकम वापस मांगी जानी लगी तो 7 जुलाई 2017 को पैसे वापस किए बिना ही आवंटन रद्द कर दिया गया.

थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी प्रदीप राणा ने बताया कि पीड़ित मसूद हसन खान की तहरीर के आधार पर जीटीएम बिल्डर्स के निदेशक नितिन कपूर सहित शील रानी निवासी मुजफ्फरनगर और दिनेश वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस द्वारा मामले में जानकारी की जा रही है कि बिल्डर के द्वारा अन्य लोगों के साथ भी की गई धोखाधड़ी के मामलों की जानकारी जुटाई जा रही है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top