- मुंबई के ब्लैक बक्स प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनने वाली फिल्म
“ए वेडिंग स्टोरी” के निर्माता है विनय रेड्डी और शुबो शेखर भट्टाचार्यजी - प्रख्यात निर्देशक अभिनव पारिक और लाइन प्रोड्यूसर विनय चान्ना व गोपाल सोडे के प्रयासों से उत्तराखंड के टेलेंट को देहरादून में मिला है बड़ा फिल्मी मंच
- “ए वेडिंग स्टोरी” के प्रोडक्शन हेड सूरज मुखर्जी,डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी सुप्रितिम भोल,प्रोडक्शन डिजाइनर सुकांता आर पाणिग्रही और कॉस्टयूम डिजाइनर शिवानी पाटिल बॉलीवुड के बहुत बड़े नाम है,जिन्होंने उत्तराखंड फ़िल्म विकास परिषद के प्रति अपनी अपनी सकारात्मक राय रखी।
- फ़िल्म विकास परिषद की सिंगल विंडो स्कीम सहित अधिकारियों और विभाग की सकारात्मक कार्यशैली को जमकर सराहा
- उत्तराखंड के स्थानीय कलाकारों के टेलेंट को बताया लाजवाब प्लस
- प्राकृतिक सौंदर्य और भौगोलिक पृष्ठभूमि को कहा कुदरती फिल्म स्टूडियो
- उत्तराखंड के कानून और व्यवस्था की जमकर की तारीफ़
मो.सलीम सैफी
न्यूज़ वायरस नेटवर्क
देहरादून,20 जनवरी। जैसे जैसे उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी फॉर्म में आ रहे है वैसे वैसे उनकी ख्याति हर क्षेत्र में बढ़ रही है। अगर बात करें कला,संस्कृति और फ़िल्म की तो उसमें भी उनकी नीतियों और कार्यशैली का डंका बज रहा है,वजह है धामी सरकार का फिल्मकारों के लिए एक शानदार माहौल देना ताकि ज्यादा से ज्यादा फिल्मकार उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा फिल्मों की शूटिंग करें और उत्तराखंड का स्थानीय टेलेंट अंतराष्ट्रीय सिनेमा का हिस्सा बन सके, युवाओं को रोजगार मिल सके।
उत्तराखंड फ़िल्म विकास परिषद की सिंगल विंडो परमिशन मात्र 24 से 48 घंटो में मिलना फिल्मकारों को काफ़ी रास आ रहा है,बहुत खुश है।
अंतराष्ट्रीय स्तर के फ़िल्म निर्माता और लेखक शूबो शेखर भट्टाचार्यजी इन दिनों देहरादून में है और अपनी एक बड़े बजट की फ़िल्म “ए वेडिंग स्टोरी” की शूटिंग में काफ़ी व्यस्त है लेकिन उन्होंने धामी सरकार की फ़िल्म नीतियों पर बात करने के लिए न्यूज़ वायरस नेटवर्क को एक इंटरव्यू दिया है जिसके कुछ महत्वपूर्ण अंशो का जिक्र हम यहां कर रहे है।
शूबो शेखर भट्टाचार्यजी ने कहा है कि उत्तराखंड फ़िल्म विकास परिषद का गठन राज्य सरकार का एक सकारात्मक क़दम है जिसे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नए आयाम दे रहे है,उन्होंने कहा कि मैं पूरी दुनिया के महत्वपूर्ण देशों में घुमा हूं,काम किया है,सबकी कार्येशेली देखी है लेकिन मैं उस वक्त चौक गया कि जब हमने फ़िल्म शूटिंग की परमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया और मात्र 48 घंटो के भीतर सिंगल विंडो परमिशन हमें मिल गई, ना कोई दलाल, ना कोई सिफारिश, ना कोई अड़चन, ना कोई खर्चा, फ़िल्म विकास परिषद की कार्यशैली को लेकर वाकई मेरा अनुभव लाजवाब रहा।
उन्होंने उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य और लोकेशन को नेचुरल फिल्म स्टूडियो माना,शूबो शेखर भट्टाचार्यजी ने उत्तराखंड के जूनियर कलाकारों की परांगत अदायगी की काफी प्रशंसा की,उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जो जूनियर आर्टिस्ट उनके प्रोजेक्ट में काम कर रहे है उनमें टेलेंट भरा पड़ा है,8 घंटे का काम 2 घंटो में पूरा कर रहे है, डायलॉग डिलीवरी हो या काम के प्रति उनका समर्पण वो काबिले तारीफ़ है।
उन्होंने उत्तराखंड सरकार से अनुरोध किया है कि सरकार स्किल्ड मैनपावर के साथ साथ इक्विपमेंट सुविधाओं का अगर विस्तार कराती है तो फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में उत्तराखंड नए कीर्तिमान स्थापित कर सकता है,उत्तराखंड में अगर तकनीकी रूप से दक्ष मैनपावर और आधुनिक इक्विपमेंट की उपलब्धता होगी तो उत्तराखंड में रोज़गार के अवसर और ज्यादा विस्तार ले सकेंगे,उन्होंने कहा कि हमारे जैसे फिल्म निर्माता को सब्सिडी की ज़रूरत नही होती,हमको सुविधाएं और पॉलिसिस अनुकूल चाहिए होती है,कानून -व्यवस्था दुरुस्त चाहिए होता है
ताकि हम सिर्फ़ चंद लोगों की एक छोटी सी टीम और फंड्स लेकर उत्तराखंड आए और स्थानीय टेलेंट पर जमकर खर्च करें,एक अच्छी फिल्म बनाकर रिलीज़ करें,अगर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी कोशिश करे तो एयर कंपनीज फिल्मकारों के लिए उत्तराखंड के लिए हवाई टिकटों पर भारी रियायत दे सकती है और उत्तराखंड सरकार इक्विपमेंट्स प्रोवाइडर्स,प्रॉपर्टीज प्रोवाइडर,ट्रांसपोर्ट और होटल्स आदि के लिए कुछ सकारात्मक घोषणाएं कर सकती है ताकि फिल्मों के लिए अनुकूल माहौल बन पाए, सब्सिडी नही सुविधाएं फ़िल्म के रीढ़ है,उस पर सरकार फोकस करें तो परिणाम शानदार होंगे
विस्तृत इंटरव्यू हमारे यूट्यूब न्यूज चैनल “टीवी न्यूज़ वायरस” और न्यूज़ पोर्टल www.newsvirusnetwork.com पर देखा जा सकता है।