उत्तराखंड में सभी तरह के यात्री वाहनों और माल भाड़ा वाहनों का दो साल के इंतजार के बाद बढ़ा दिया गया किराया। दो दिन पहले हुई राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की बैठक के बाद शुक्रवार को परिवहन मुख्यालय ने सभी तरह के वाहनों के किराये की नई दरें जारी कर दीं। 18 फरवरी 2020 के बाद शुक्रवार को दरों में बढ़ोतरी हुई है। परिवहन आयुक्त अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया कि बस और टैक्सियों के किराये में करीब 22 प्रतिशत, चारधाम यात्रा पर संचालित होने वाली बसों के किराये में करीब 27 प्रतिशत, ऑटो व तिपहिया वाहनों के किराये में 15 से 18 प्रतिशत, माल भाड़े में करीब 38 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह ने बताया कि माल भाड़ा वर्ष 2016 से नहीं बढ़ा था। उन्होंने बताया कि परिवहन निगम अधिकतम 20 प्रतिशत कर्मचारी कल्याण अधिभार आरोपित कर सकता है। ई-रिक्शा, किराये पर चलने वाले दुपहिया वाहनों और एंबुलेंस के लिए पहली बार किराये की दरें निर्धारित की गई हैं।जाने पूरे विस्तार से ;रोडवेज बसों और निगम या पालिका से बाहर चलने वाली बसों के लिए मैदानी मार्गों पर किराया 105 पैसे से बढ़ाकर 128 पैसे और पर्वतीय मार्गों पर 150 पैसे से बढ़ाकर 183 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति सवारी कर दिया गया है। चारधाम यात्रा रूट पर चलने वाली 20 सीटों तक की बसों का किराया 55 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। सिटी बसों का किराया सात रुपये से बढ़ाकर नौ रुपये प्रति दो किलोमीटर कर दिया गया है।
ऑटो का किराया शुरुआती दो किलोमीटर के लिए 50 से बढ़ाकर 60 रुपये किया गया। पांच से सात सवारी क्षमता वाले टैंपो का किराया पहले दो किलोमीटर के लिए 40 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है। टैक्सी-मैक्सी का किराया मैदानी मार्गों पर 14 से बढ़ाकर 16 रुपये और पर्वतीय मार्गों पर 16 से बढ़ाकर 18 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। ठेका बस का किराया 20 सीट क्षमता तक वाली बस के लिए मैदानी मार्ग पर 50 से बढ़ाकर 61 रुपये और पर्वतीय मार्गों पर 55 से बढ़ाकर 67 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। ई-रिक्शा में चार सवारियां बैठती हैं। इनके लिए 12 रुपये प्रति किमी किराया तय किया गया है।