महविश की रिपोर्ट ——
अगर आपको अंग्रेजी नहीं आती तो ब्रांडेड ड्रेस में भी आप अजीब सी नज़रों से देखे जायेंगे। सोसाइटी में लोग आपको वो तवज्जो शायद नहीं देंगे जिसकी आप उम्मीद करते हैं। दरअसल इंग्लिश को स्टेटस से जोड़ कर देखने की आदत हमारे समाज को पड़ गयी है। तो अगर आप भी इस मामले में कमज़ोर फील करते हैं तो न्यूज़ वायरस संवाददाता महविश आपको कुछ टिप्स बता रही हैं। ज़रा ध्यान से और मन लगाकर पढियेगा
सबसे पहले जानिए इंग्लिश सीखने के फायदे –
1) जॉब्स के अधिक अवसर: यदि आप केवल अपनी लोकल भाषा बोलते हैं, तो आपके नौकरी के अवसर लिमिटेड हो सकते हैं। जब आप अंग्रेजी बोलते हैं, तो आप बड़ी कंपनियों में और अपने देश के बाहर जॉब्स तलाश कर सकते हैं।
2) इंटरनेशनल कंपनियों को इंग्लिश बोलने वालों की जरूरत है: बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां जो मल्टीपल कन्ट्रीज में काम करती हैं, उन्हें इंग्लिश बढ़िया बोलने वाले बहुत काम आते हैं।
3) प्रमोशन के अधिक अवसर: यदि आप इंग्लिश पढ़ते, लिखते और बोलते हैं तो कंपनियों में आपके प्रमोशन के अवसर अधिक होते हैं।
4) बेहतर कम्युनिकेशन: ज्यादातर बड़ी कंपनियों में और सरकार में भी, हाई लेवल पर इंग्लिश बढ़िया आना आपके लिए एक एसेट ही होता है।
5) बिजनेस की भाषा: अंग्रेजी को अक्सर ‘बिजनेस की भाषा’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह बिजनेस वर्ल्ड में सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा है। इंग्लिश में फ्लूएंट होने से आप व्यावसायिक बैठकों में भाग ले सकते हैं और नए देशों में अपनी कंपनी के उत्पादों की मार्केटिंग कर सकते हैं।
6) हायर स्टडीज के लिए जरूरी: अधिकांश प्रतिष्ठित इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज इंग्लिश में एजुकेशन देते हैं। इसलिए किसी स्टूडेंट को दुनिया भर के टॉप यूनिवर्सिटीज में प्रवेश पाने के लिए जीआरई, जीमैट, आईईएलटीएस और टीओईएफएल जैसी परीक्षा देनी होती है, जो इंग्लिश में ही होती है।
7) साइंस की भाषा: इंग्लिश साइंस की फील्ड में व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली भाषाओं में से एक है। इंग्लिश में प्रवीणता एसटीईएम – साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग – यहां तक कि मैथ्स के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण है। इसका नॉलेज आपको वर्ल्ड के कुछ सबसे इंटेलेक्चुअल रिसोर्सेज तक पहुंचा देगा।
8) पॉप कल्चर के साथ जुड़ाव: अगर आप हॉलीवुड फिल्मों और पॉप कल्चर शो के सब-टाइटल्स पढ़ कर देखते हुए थक गए हैं? इंग्लिश की समझ बढाकर आप ट्रेंडिंग पॉप कल्चर और अंग्रेजी फिल्मों से जुड़ सकते हैं!
तो चलिए अब बात करते है कि आपको करना क्या है –
1) गलतियां करने से न डरें: आपका गोल सही ग्रामर और वोकैब्युलरी के साथ मैसेज देना है, न कि 100% सही अंग्रेजी बोलना। खुद इंग्लिश देशों में रहने वाले लोग भी इंग्लिश बोलने में गलती करते हैं!
2) इंग्लिश में सोचें: पहली बार में आपको यह मुश्किल लगेगा, लेकिन कुछ समय बाद आप सीखेंगे कि अंग्रेजी और अपनी पहली भाषा के बीच कैसे स्विच किया जाए।
3) फिल्में देखकर अंग्रेजी सीखें: एक स्टडी के अनुसार, इंग्लिश फिल्में देखने से सुनने के स्किल्स में सुधार के साथ-साथ बोलने के स्किल्स पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। इंग्लिश फिल्में देखने से सही उच्चारण भी बढ़ता है। अंग्रेजी फिल्में वोकैब्युलरी (शब्दावली) बढ़ाने में भी मदद करती हैं। जितना अधिक आप सुनेंगे, आपके लिए बेहतर इंग्लिश बोलना उतना ही आसान होगा।
4) जोर से पढ़ें: शुरुआती दौर में, आप जोर से पढ़कर आसानी से बोलने की प्रैक्टिस कर सकते हैं। इससे आपको अपने उच्चारण और इंटोनेशन का अभ्यास करने में मदद मिलेगी। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि कुछ कैसे कहा जाए, तो उसे देखें, या अपने कंप्यूटर पर सुनें।
5) छोटे छोटे वाक्य बनाएं: शुरुआत में आप लंबे और कॉम्प्लेक्स सेंटेंस बनाने से बचें।
6) अपने आप को रिकॉर्ड करें: यह अच्छा आइडिया है, आप इसे स्वयं कर सकते हैं। हो सकता है कि आप स्वयं के साथ बातचीत कर रहे हों या किसी कठिन शब्द के उच्चारण का अभ्यास कर रहे हों।
7) अच्छा टीचर, बढ़िया एप और अच्छी बुक्स: अपने लिए इंग्लिश का अच्छा टीचर ढूंढे, बढ़िया एप्स यूज करें और सही किताबें पढ़ें।