Flash Story
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल
देहरादून :  मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिवर रोगों  को दूर करने में सबसे आगे 
जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए क्या हैं नियम
क्या आप जानते हैं किसने की थी अमरनाथ गुफा की खोज ?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय वन सेवा के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को दी बधाई
आग में फंसे लोगों के लिये देवदूत बनी दून पुलिस
आगर आपको चाहिए बाइक और स्कूटर पर AC जैसी हवा तो पड़ ले यह खबर
रुद्रपुर : पार्ट टाइम जॉब के नाम पर युवती से एक लाख से ज्यादा की ठगी
देहरादून : दिपेश सिंह कैड़ा ने UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, तीसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना

महिलाओं का उत्पीड़न कैसे रोकेगा शी-बॉक्स – अभी जान लीजिये

कामकाजी महिलाओं का उत्पीड़न रोकने के लिए सरकार ने हर संस्थान में शी-बॉक्स और वन स्टॉप सोल्यूशन एप योजना लागू करने जा रही है। शी-बॉक्स केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक वेबसाइट है, जिसके माध्यम से कामकाजी महिलाएं कार्यस्थल पर उत्पीड़न की शिकायत ऑनलाइन कर सकती हैं। वहीं वन स्टॉप सोल्यूशन एप में नियुक्ति के समय ही रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा।

इसके जरिये वे एप पर ही अपनी समस्या बता सकेंगी। औद्योगिक संस्थानों, कारखानों एवं नियोक्ताओं को भी महिला कार्मिकों एवं श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन वन स्टॉप सॉल्यूशन एप में करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। शुक्रवार को राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में हुई बैठक में डीआईजी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने इस एप का प्रस्तुतीकरण दिया।

सीएम ने विभिन्न संस्थानों में कार्य करने वाली महिलाओं के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था करने के लिए पुलिस, श्रम एवं संबंधित विभागों को सिस्टम विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस हेल्प डेस्क और हेल्पलाइन नंबर 112 को और मजबूत बनाया जाए।

नियमानुसार मातृत्व अवकाश देने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि नियमानुसार सभी कामकाजी महिलाओं को मातृत्व अवकाश दिया जाए। बता दें कि पीआरडी, महिला अतिथि शिक्षकों व सरकारी क्षेत्र में कई अन्य महिला कर्मियों को मातृत्व अवकाश का लाभ नहीं दिया जा रहा है।

ऐसे करेगा शी-बॉक्स काम

शी-बॉक्स (सेक्सुअल हैरसमेंट इलेक्ट्रानिक बॉक्स) महिला सशक्तीकरण और बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट है। इसमें जो शिकायत दर्ज होगी, वह विभाग की आंतरिक शिकायत समिति के पास चली जाएगी। समिति कार्रवाई करेगी और शिकायत पर कार्रवाई की प्रगति इस वेबसाइट पर अपडेट भी करेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top