पीडब्ल्यूडी के नए चीफ़ अयाज़ अहमद चारधाम यात्रा मार्गो को लेकर गंभीर,रिस्पना पुल से आईएसबीटी मार्ग चौड़ीकरण भी प्राथमिकता में

मो सलीम सैफी

न्यूज वायरस नेटवर्क

देहरादून,24 मई। अगर आप रिस्पना पुल से आईएसबीटी जाते हुए सरकार को कोसते है तो अब मत कोसिएगा क्योंकि ये मार्ग जल्द ही उत्तराखंड का सबसे चौड़ा अंदरूनी शहरी मार्ग होगा,ये दावा किया है उत्तराखंड के नए पीडब्ल्यूडी चीफ़ अयाज़ अहमद ने। पीडब्ल्यूडी के नए चीफ के तौर पर अयाज़ अहमद ने चार्ज लेने के बाद अपनी प्राथमिकताओं पर हमसे चर्चा की और ये दावा किया कि वो किसी भी परिस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी,मुख्यमंत्री धामी और पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज के विज़न को धरातल पर उतार कर रहेंगे,जितना भी कार्यकाल बतौर पीडब्ल्यूडी चीफ़ उनको मिला है वो मुख्य रूप से चारधाम यात्रा मार्गो को सुगम बनाना रहेगा ताकि दुनियाभर के तीर्थयात्री देवभूमि यात्रा के अनुभवों को सुखद यात्रा के रूप में याद रखें इसके अलावा प्रदेश की सड़को को गड्ढा मुक्त करना भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है।अयाज़ अहमद ने दावा किया है कि वो पीडब्ल्यूडी को एक जनहितार्थ विभाग के रूप में स्थापित करने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनहित का पूरा ध्यान रखने वाले मुख्यमंत्री के अलावा एक योग्य मंत्री,मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी के अलावा बहुत काबिल इंजीनियरों की मजबूत टीम है जो 24 घंटे प्रदेश में सड़को का जाल मजबूत करने में जुटी रहती है ।अयाज अहमद ने बताया कि पूरे प्रदेश में विभाग के पास 250 से ज्यादा जेसीबी मशीनों का नेटवर्क है जिन्हे हर समय अलर्ट मोड पर रखा जाएगा है और ये भी सुनिश्चित करने के आदेश दे दिए गए है कि बरसात में जनता को किसी भी तरह की दिक्कतें न हो और रिस्पॉन्स टाइम भी कम से कम रहे,सभी इंजीनियरों को अपना मोबाइल चालू रखने और जनता की समस्याओं के त्वरित निदान के लिए निर्देशित किया गया है।

बातचीत के दौरान श्री अयाज़ अहमद ने स्पष्ट संकेत दिए है कि उनकी प्राथमिकताओं में चारधाम यात्रा मार्गो के अलावा नगरो के अंदरूनी और संपर्क मार्ग भी है,देहरादून विधान सभा भवन से आईएसबीटी की और जाने वाला मार्ग भी उन्होंने अपनी उच्च प्राथमिकता का हिस्सा बताया,उन्होंने बताया कि संबंधित इंजीनियरों और ठेकेदारों को सख्त निर्देश दे दिए गए है कि इस मार्ग के चौड़ीकरण का काम जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए,इस मार्ग के निर्माण में देरी पर खेद जताते हुए अपना संकल्प दोहराया कि वो कोशिश करेंगे कि अगले 6 महीनों में हर हालत में ये मार्ग वाहनों के आवागमन के लिए तैयार हो जाए।

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