अगर संभावनाएं सच हुयी तो एक बार फिर देवभूमि आ सकते हैं प्रधानमंत्री। यूँ तो देहरादून में सरकार इसके लिए तैयारियां भी करती नज़र आ रही है क्योंकि खुद सीएम धामी ने अभी अभी केदारनाथ का दौरा किया और वहां तैयारियों के साथ साथ निर्माण कार्यों का भी अपडेट लिया था जिसके बाद संभावनाओं को और बल मिला है।जैसा कि सब जानते हैं चार धाम और ख़ास कर बद्री केदार निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग सीधे पीएमओ से हो रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को साफ शब्दों में संकेत भी दे दिए हैं कि पुनर्निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी. दरअसल वर्ष 2013 की आपदा में बुरी तरह से जमींदोज हो चुके केदारनाथ धाम मंदिर परिसर और आसपास के इलाके में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा पुनर्निर्माण का काम लगातार जारी है.
प्रधानमंत्री बनने के बाद सबसे पहले पीएम मोदी पहली 3 मई, 2017 को केदारनाथ पहुंचे थे. इसके बाद पीएम मोदी 20 अक्टूबर को फिर से केदारनाथ पहुंचे थे. उस दौरान उन्होंने केदारनाथ पुनर्निर्माण के लिए 700 करोड़ रुपये की पांच बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास किया था. इसके बाद पीएम मोदी 7 नवंबर, 2018 को तीसरी बार केदारनाथ पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया था. पीएम मोदी चौथी बार 18 मई 2019 को बाबा केदारनाथ धाम पहुंचे थे. 5 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांचवीं बार केदाराथ धाम आए थे. इस बार उन्होंने केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके अलावा उन्होंने आदि गुरु शंकराचार्य की 12 फीट लंबी और 35 टन वजन वाली प्रतिमा का अनावरण किया. साथ ही 130 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्धाटन किया.अब उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम मोदी एक बार फिर देवभूमि में दीवाली मना सकते हैं जिसके लिए तैयारियां भी की जा रही हैं।