न्यूज़ वायरस के लिए संजय कुमार की रिपोर्ट
कभी-कभी माता-पिता को मजबूरन बच्चे की जिद को पूरा करना पड़ता है. ब्लैकमेल के अलावा बच्चे के इस व्यवहार को मैनिपुलेशन भी कहा जा सकता है. अगर आपका बच्चा भी अक्सर ऐसी हरकत को अपनाता है, तो उसकी इस बुरी आदत को सुधारने के लिए आप कुछ टिप्स अपना सकते हैं.
जब बच्चा एक शिशु होता है, तो उसके रोने पर उसे चुप कराया जाता है. एक दौर ऐसा आता है, जब बच्चा चॉकलेट या अन्य चीजों के लिए रोना शुरू कर देता है. रोने को बच्चे एक हथियार के रूप में यूज करते हैं, लेकिन एक समय पर उसका ये तरीका भी फेल होने लगता है. इस तरीके के बाद बच्चे झूठ बोलने लगते हैं और जब यह तरीका भी काम नहीं आता, तो वह ब्लैकमेल करने की सिचुएशन को अपना लेता है. देखा गया है कि आजकल बच्चों को गैजेट्स व अन्य चीजों की लत ऐसी पड़ गई है कि वे हर सिचुएशन में जिद्दी बन जाते हैं. ज्यादातर मामलों में बच्चे इतने जिद्दी हो जाते हैं कि वे अपनी बात मनवाने के लिए माता-पिता को ब्लैकमेल तक करते हैं…गोल सेट करें
अगर आप इस टिप को अपनाते हैं, तो यकीन मानिए आप बेस्ट रिजल्ट पा सकते हैं. इसके लिए जब भी आपका बच्चा किसी चीज की डिमांड करता है, तो उसके लिए एक गोल सेट करें. उसे वह चीज मुहैया कराने के लिए टाइम सेट करें. आप अगर हाथों हाथ बच्चे को चीज लाकर दे देते हैं, तो वह अगर बार धीरज नहीं रखेगा. वह कोई चीज मांगे तो उसे कहिए कि जो वह मांग रहा है उसके लिए उसे कुछ दिनों का इंतजार करना पड़ेगा. ऐसा करने से वह खुद पर कंट्रोल करना सिखेगा.
नियम तय करें
बच्चे को अच्छा व्यवहार सिखाने के लिए कुछ नियमों को तय करना बेस्ट रहता है. नियमों को लिखकर दीवार पर लगा दें और जब भी बच्चा इनकी अनदेखी करें, तो उसे गलती का अहसास कराएं, लेकिन बहुत ही प्यार से. साथ ही ज्यादा सख्त नियम न बनाएं और आप भी इन नियमों का पालन करें. ऐसा करने से बच्चे पर अच्छा असर पड़ेगा और वह बेहतर व्यवहार को अपनाएगा.
फैमिली टाइम
बच्चे को व्यवहार कैसे करना चाहिए, इसे सिखाने के लिए उसके साथ वक्त बिताना बहुत जरूरी है. बच्चे के साथ रिश्ते को मजबूत करने के लिए उसकी पसंद का खाना घर पर ही बनाएं. साथ ही ये भी तय करें कि वीकेंड पर क्या करना है. ऐसा करने से बच्चा खुश रहेगा और वह हर सिचुएशन में मैनिपुलेशन वाला व्यवहार नहीं अपनाएगा.