किसी भी चुनाव में पार्टी और नेताओं की घोषणाओं का सबको इंतज़ार होता है। ख़ास कर वोटर क्योंकि नेता जो वादे करता है वही उसकी जीत हार का आधार बनता है। देवभूमि में चुनाव १४ फरवरी को होना है ऐसे में उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी 25 जनवरी को अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार 70 विधानसभा क्षेत्रों से जो इनपुट नेताओं को मिला है अब उस पर मंथन किया जा रहा है। बहुत संभव है कि इस बार पार्टी पहाड़ से कुछ नये और प्रयोगात्मक वादे भी करे। हालांकि बेरोज़गारों और महिलाओं को लेकर भाजपा पहले भी इशारे करती रही है लिहाज़ा आगामी घोषणापत्र में इन दो बिंदुओं पर कुछ ख़ास एलान भी हो सकता है।
टीम मदन और सीम धामी की जुगलबंदी में पार्टी महिलाओं, युवाओं, किसानों, रोजगार, कृषि और पर्यटन जैसे विषयों को शामिल करते हुए सभी वर्गों के ,लिए वादों की झड़ी तैयार कर रही है और जब ये पिटारा खुलेगा तो तस्वीर साफ़ हो जाएगी। पार्टी सूत्र बताते हैं की भाजपा के 2022 घोषणापत्र में पीएम मोदी का विजन और ‘सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास’ झलकेगा। फ़िलहाल मौजूदा सूरतेहाल ये है कि अभी तक घोषणापत्र को लेकर चार बैठकें हुईं हैं।
ये भी सच है कि पार्टियां घोषणाएं और वादे बड़े बड़े करती हैं लेकिन वो अक्सर चुनावी झुनझुना ही साबित होते दिखे हैं लेकिन अब दौर बदल चूका है जनता जागरूक है और सोशल मीडिया एक बड़ा माध्यम बन चुका है नेताओं से जवाब मांगने का , तो देखना ये है कि क्या कांग्रेस भाजपा और आम आदमी पार्टी अपने वादों को हकीकत में लोगों तक पूरा कर पायेगी या फिर ये केवल औपचारिकता ही साबित होगी , फ़िलहाल इंतज़ार कीजिये भाजपा के घोषणापत्र के आने का क्योंकि इसके साथ साथ कांग्रेस भी अपना चुनावी पिटारा खोलेगी और रही बात आम आदमी पार्टी की तो उनके वादों की झड़ी तो चुनाव एलान से पहले ही होने लगे थे।