हेलंग घाटी में महिलाओं की अस्मिता का हुआ अपमान – ज्योति रौतेला
उत्तराखंड के चमोली जिले के हेलंग घाटी में ग्रामीण महिलाओं से घास छीनने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर मौजूद अधिकारियों की निंदा की जा रही है. वहीं, पहले वन मंत्री सुबोध उनियाल ने मामले की जांच जिलाधिकारी से कराए जाने की बात कहते हुए महिलाओं को ही गलत ठहरा दिया है , वहीँ अब विपक्षी कांग्रेस की महिला ब्रिगेड ने मोर्चा खोल दिया है।
उत्तराखंड महिला कांग्रेस ने आज एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन करते हुए मजबूत विपक्ष का नज़ारा पेश किया है। स्टेट प्रेसिडेंट ज्योति रौतेला के नेतृत्व में जनता से जुड़े मुद्दों पर सड़कों पर आंदोलन करते हुए बीते कुछ ही महीनों में उत्तराखंड महिला कांग्रेस ने अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज़ कराई है।
एक बार फिर आज महिला कांग्रेस की टीम ने एक बार फिर हेलंग (चमोली) में पुलिस प्रशासन द्वारा घास ले जा रही महिला की घास छीन कर गिरफ्तार करने की घटना पर मोर्चा खोला और जोरदार नारेबाजी और अनोखे अंदाज़ में प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को मेमोरेंडम भेजा है। इसके पहले प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि पहाड़ की महिलाओं से इस तरह का दुर्व्यवहार भाजपा सरकार में बेहद शर्मनाक और उत्तराखंडी अस्मिता व स्वाभिमान के लिए बड़ी चुनौती है।चमोली जिले का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ जिसमें कई सवाल खड़े कर दिए हैं. हेलंग घाटी में घास ले जाती 2 महिलाओं से सीआईएसएफ और पुलिस जवानों की नोकझोंक का एक वीडियो वायरल हुआ है. मामले के तहत इसके बाद पुलिस कर्मियों ने इन महिलाओं को कई घंटे तक थाने में बैठा कर रखा और फिर 250 रुपए का चालान भी किया. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया तो कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों समेत आम लोगों ने भी घटना की निंदा करनी शुरू कर दी. जिसके बाद ये मामला मीडिया और फिर सरकार के सामने भी पहुंचा है। लेकिन कांग्रेस ने इसको पहाड़ की महिलाओं की अस्मिता का अपमान बता कर भाजपा की धामी सरकार को घेर लिया है।