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डीपफेक और सेक्सटॉर्शन जाल में रिटायर्ड IPS की एंट्री ! 

गाजियाबाद के रहने वाले एक बुजुर्ग ने नया-नया स्मार्ट फोन खरीदा था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये स्मार्ट फोन उनके जी जंजाल बन जाएगा। उन्हें ऐसा फंसाया जाएगा कि आत्महत्या तक करने की नौबत आ जाएगी। गाजियाबाद के रहने वाले ये बुजुर्ग दरअसल डीपफेक के जाल में फंस गए। ये जानना हर किसी के लिए जरूरी है कि ये डीपफेक है क्या और कैसे सीधे-साधे लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।

जिस तरह कहानी बुनी गई ठीक उसी तरह हम आपको बता रहे हैं। गाजियाबाद में रहने वाले 76 साल के पंकज कुमार सिंह ( बदला हुआ नाम) के पास उनके फोन पर एक वीडियो कॉल आई। ये वीडियो कॉल फेसबुक अकाउंट से की कई थी। कॉल बजी तो पंकज कुमार ने फोन उठा लिया। पंकज कुमार ने कुछ दिन पहले ही स्मार्ट फोन खरीदा था और इसलिए वो फोन के फीचर से ज्यादा वाकिफ नहीं थे। जैसे ही उन्होंने कॉल उठाई दूसरी तरफ एक न्यूड लड़की थी। सामने अश्लील वीडियो देखकर वो घबरा गए, उन्होंने तुरंत कॉल काट दी,लेकिन वो जाल में फंस चुके थे।

अगले दिन पंकज कुमार के पास फिर एक वीडियो कॉल आई। इस बार जब उन्होंने फोन उठाया तो दूसरी तरफ एक आईपीएस ऑफिसर था। ये एक धमकी कॉल थी। इस आईपीएस ऑफिसर ने पंकज कुमार को कहा गया कि उनका अश्लील वीडियो कैद हो चुका है और अगर बचना है तो उन्हें पैसे देने होंगे। वो समझ पा रहे थे कि वो किस जाल में फंस गए हैं। पुलिस ऑफिसर की धमकी के बाद वो बेहद डर गए। उनसे 5000 रुपये की मांग की गई। उनके पास एक अकाउंट नंबर दिया गया और पैसे उसमें ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। पंकज ने पैसे ट्रांसफर कर दिए।

अश्लील वीडियो के नाम पर लिए 74 हजार रुपये

इसके बाद पैसे मांगने का सिलसिला चलता रहा। अकसर पंकज कुमार के पास पैसे मांगने के लिए फोन आने लगे। उन्हें धमकियां मिलने लगी कि अगर पैसे नहीं दिए तो उनका वीडियो सोशल मीडिया में डाल दिया जाएगा और उनके रिश्तेदारों तक भी भेज दिया जाएगा। 5000 हजार, 10 हजार, 15 हजार, इस तरह वो 74 हजार रुपये दे चुके थे। वो रोज की डिमांड से तंग आ चुके थे। उनके दिमाग में सुसाइड तक के ख्याल आने लगे। आखिरकार परेशान होकर उन्होंने अपने परिवार की पूरी बात बताई।

डीपफेक कर तैयार किया गया IPS का चेहरा

पंकज कुमार की बेटी ने पूरे मामले को जाना और सबसे पहले उस आईपीएस ऑफिसर के बारे में जानकारी निकाली जो उन्हें वीडियो कॉल में धमकी दे रहा था। गूगल में सर्च करने के बाद पता चला कि वो वीडियो कॉल में जो शख्स है वो रिटायर्ड एडीजी प्रेम प्रकाश हैं। अब सवाल ये था कि वो ऐसा काम क्यों कर रहे हैं। पंकज कुमार के परिवारवालों ने मामले की शिकायत दर्ज करवाई। जांच शुरू हुई तो पता चला कि ये पूरा मामला डीप फेक आईडी का है।

एआई के टूल डीपफेक से हो रही लूट

दरअसल एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से पूर्व एडीजी के चेहरे को डीपफेक किया गया था जो बिल्कुल हुबहु था। ये जालसाजों का लोगों को लूटने का एक तरीका था। हालांकि इस वीडियो को अगर ध्यान से देखा जाता जो उनके बोलने में ये पता चल रहा था कि ये आर्टिफिशियल तैयार किया गया है, लेकिन आम आदमी के लिए इसे पहचानना आसान नहीं था। अब इस पूरे मामले की जांच चल रही है।

पहली बार IPS का चेहरा हुआ इस्तेमाल

डीपफेक के कई केस पहले भी आए हैं, लेकिन ये पहली बार हुआ है जब किसी आईपीएस का चेहरा लेकर डीपफेकिंग की गई हो। डीपफेक्स एआई का एक टूल है। इंटरनेट पर मौजूद डाटा और फोटो की मदद से एक आर्टिफिशियल इमेज या वीडियो तैयार कर दिया जाता है जो कि बिल्कुल असली लगता है। क्रिमिनल्स इस तकनीक को लोगों को फंसाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।

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