देहरादून से मोहम्मद अरशद की खास रिपोर्ट
उत्तराखंड : राज्य में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का बड़ा मामला सामने आया है। जहां देहरादून स्थित एफआरआई के लगभग 12 आईएफएस अधिकारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। FRI को किया गया सील, बनाया गए कंटेनमेंट जोन उत्तराखंड में रोजाना कोविड के मामलों में होता जा रहा है इजाफा जिसके बाद कोविड-19 प्रोटोकॉल को देखते हुए भारतीय वन अनुसंधान केंद्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया इसके अलावा 12 ट्रेनी अधिकारियों के लिए विशेष डॉक्टरो की टीम की निगरानी में इलाज किया जा रहा है । दरअसल, उत्तराखंड राज्य में पिछले साल भी कोरोना संक्रमण की शुरुआत एफआरआई से ही हुई थी।
अब वन अनुसंधान संस्थान परिसर मॉर्निंग वॉकर्स और पर्यटकों के लिए अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। उत्तराखंड समेत देश के तमाम राज्यों में कोरोना के खतरे के मद्देनजर कदम उठाया गया है। संस्थान परिसर स्थित म्यूजियम समेत पर्यटकों के लिए सभी चीजों को बंद किया गया है। संस्थान निदेशक ने कहा, कोरोना को लेकर स्थितियां सामान्य होने के बाद ही अगला कदम उठाया जाएगा।
प्रदेश में 1109 और संक्रमित पांच कोरोना मरीजों की मौत
प्रदेश में छह महीने के बाद एक दिन में नए कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार पार पहुंच गया है। बुधवार को एक दिन में 10 जिलों में 1109 नए संक्रमित मिले हैं। जबकि पांच कोरोना मरीजों की मौत हुई है। संक्रमण के साथ ही मरीजों की मौतें रोकना सरकार के लिए चुनौती बन गया है। अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 104711 हो गई है। वहीं, सक्रिय मरीज 4526 पहुंच गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को 31249 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई है। इनमें से 30140 सैंपल निगेटिव पाए गए। जबकि 1109 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। बीते 24 घंटे में देहरादून और हरिद्वार जिले में ही 817 संक्रमित मिले हैं।देहरादून जिले में 509, हरिद्वार में 308, नैनीताल में 113, ऊधमसिंह नगर में 84, पौड़ी में 57, टिहरी में 19, रुद्रप्रयाग में 10, चंपावत में पांच, अल्मोड़ा में तीन, चमोली में एक संक्रमित मिला है। बागेश्वर, उत्तरकाशी व पिथौरागढ़ जिले में कोई संक्रमित नहीं मिला है।