अद्भुत कामयाबी : दुनिया में पहली बार इंसान के अंदर धड़केगा सूअर का दिल

विशेष रिपोर्ट – आशीष तिवारी
नए साल की शुरुआत यानी पहले दिन एक ऐसा हैरतअंगेज़ मामला सामने आया जिसने दुनिया की मेडिकल कम्युनिटी को चौंका दिया। यकीन करना तो मुश्किल है लेकिन हुआ कुछ ऐसा ही है जहाँ सूअर के दिल के प्रत्यारोपण एक 57 साल के पीड़ित व्यक्ति की जान बचाने के लिए किया गया और
अमेरिकी शल्य चिकित्सकों को इसमें बड़ी कामयाबी मिली  है। उन्होंने 57 साल के एक व्यक्ति में आनुवंशिक रूप से परिवर्तित एक सूअर का दिल सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित कर इतिहास रच दिया है।

दुनिया के चिकित्सा जगत के लिए यह बड़ी अच्छी खबर है। इससे हृदय प्रत्यारोपण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ सकते हैं। इससे हृदय की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लाखों लोग के दिल के प्रत्यारोपण का नया रास्ता खुल गया है। यूनिवर्सिटी आफ मैरीलैंड मेडिकल स्कूल ने इस अनोखी सर्जरी के बारे में मीडिया को जानकारी दी। यह शल्य चिकित्सा पशुओं के अंगों के इंसान में प्रत्यारोपण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
डेविड की हालत में अब सुधार
यूनिवर्सिटी के बयान के अनुसार पीड़ित डेविड बेनेट की हालत काफी नाजुक थी। इसलिए उसकी जान बचाने के लिए आनुवांशिक रूप से परिवर्तित सूअर का हृदय प्रत्यारोपित करने का फैसला किया गया। डेविड की हालत में अब सुधार हो रहा है और उस पर पूरी नजर रखी जा रही है कि नया अंग किस तरह काम कर रहा है। बेनेट का परंपरागत रूप से होने वाले हृदय प्रत्यारोपण नहीं हो सकता था, इसलिए अमेरिकी चिकित्सकों ने यह बड़ा फैसला लेकर सूअर का दिल प्रत्यारोपित कर दिया।

डॉक्टर ग्रिफिथ ने कहा-शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में यह बड़ी सफलता

बेनेट में सूअर का हृदय प्रत्यारोपण करने वाले डॉ. बार्टले ग्रिफिथ ने कहा कि हृदय की शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में यह बड़ी सफलता है। इससे अंगदान की समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी। अगर पशुओं के अंग से इंसान को ज़िंदगी की उम्मीद बढ़ती है तो आने वाले समय में चिकित्सा विज्ञानं की दुनिया में कई क्रांतिकारी बदलाव दिखने लगेंगे।

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