महान स्वतंत्रता सेनानी व शताब्दी के जनकवि श्री राम शर्मा प्रेम की 44वी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य मे विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी व शताब्दी के जनकवि श्रीराम शर्मा प्रेम हमारी अमूल्य धरोहर हैं| आजादी के अमृत महोत्सव के संदर्भ मे उनका स्वतंत्रता संधर्ष अभूतपूर्व है उनके द्वारा जेल के सलाखों मे लिखी कविताये आज भी याद की जाती हैं |
विधान सभा अध्यक्ष को स्वतंत्रता सेनानी व शताब्दी के कवि श्री राम शर्मा प्रेम पर आधारित पुस्तक ‘अग्नि पुरुष ” भेट की गई| इस अवसर पर जाने माने समाजसेवी व भाजपा उत्तराखण्ड के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र जुगरान ने बताया कि यह पुस्तक कवि प्रेम के पुत्र जनकवि डा अतुल शर्मा ने लिखी है, उन्होंने बताया कि कवि व स्वतंत्रता सेनानी श्री राम शर्मा प्रेम ने 1942 के दौरान सैन्टर सैकेट्रिएट दिल्ली मे तिंरगा फहरा कर गिरफ्तारी दी और दो साल की कठोर कारावास की सजा भुगती| उन्होंने कहा कि उनका परिवार आज भी उनके आदर्श पर चल कर प्रेरणा स्रोत बना हुआ है |
इस अवसर पर जनकवि डा अतुल शर्मा ने बताया कि श्री राम शर्मा प्रेम की दो कविताये गढ़वाल विश्व विद्यालय के हिन्दी द्वितीय वर्ष के कोर्स मे पढाई जाती है -” अमर शहीद श्री देव सुमन ” व ” मसूरी ” /उनके व्यक्तित्व कृतित्व पर सूचना जन संपर्क विभाग की पत्रिका मे गौरवशाली जिक्र है| कहानीकार रेखा शर्मा व कवयित्री रंजना शर्मा ने सूचना दी की अमृत महोत्सव मे वर्ष भर स्वतंत्रता सेनानी कवि श्री राम शर्मा प्रेम की कविताये छात्र छात्राओं तक पहुंचाई जायेगी| जिसकी शुरुआत विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी से हुई है| उन्होंने यह भी बताया कि कवि श्री राम शर्मा प्रेम के द्वारा लिखा गीत _” करो राष्ट्र निर्माण बनाओ मिट्टी से सोना ‘ देश भर मे गाया जाता है|