देहरादून के नगर आयुक्त मनुज गोयल ने नगर निगम के दायरे में आने वाले हरिद्वार रोड़ कुआवाला स्थित महावीर गोविन्द गौशाला का निरीक्षण किया।
इस दौरान गौशाला के संचालक सूर्यांष मुनि ने नगर आयुक्त को बताया कि वर्तमान में गौशाला में गाय, सांड, बछडे आदि लगभग-250 गोवंश आश्रयरत हैं जिनमें से अधिकांष गौवंश को शहर के लोगों द्वारा गोद लिया गया है तथा उनपर आने वाला व्यय सम्बन्धित व्यक्ति द्वारा वहन किया जाता है।
गौशाला से प्राप्त होने वाले दूध को विक्रय किया जाता है तथा गोबर को संस्था द्वारा रू0-600/-प्रति ट्राली विक्रय करते हुए आय प्राप्त की जाती है। नगर आयुक्त मनुज गोयल ने गौशाला मैनेजमेंट से संतुष्टि जताते हुए प्रबन्धन की प्रशंशा की और नगर निगम के पशुचिकित्सा अधिकारी को निर्देषित किया कि वह नगर निगम देहरादून द्वारा संचालित गौसदन/ कांजी हाउस में उपरोक्त संस्था की ही भांति व्यवस्थाएं सुनिष्चित कराने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करें.
इसके बाद नगर आयुक्त वार्ड सं0-100 में फीडबैक फॉउण्डेषन संस्था द्वारा निर्मित सिटी सैनिटेशन पार्क का भी दौरा करने पहुंचे। इस दौरान पार्क के प्रबन्धक ने बताया कि वार्ड सं0-100 के समस्त घरों / प्रतिश्ठानों से 4 वाहनों के माध्यम से डोर-टू-डोर कू़ड़ा इकट्ठा किया जाता है जिसके अन्तर्गत लोगों द्वारा गीला/सूखा कूड़ा अलग-अलग दिया जाता है, वार्ड से प्राप्त यूजर चार्जेज से ही उनके द्वारा सभी कार्य/स्टाफ का वेतन आदि दिया जाता है, नगर निगम से किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता प्राप्त नहीं की जाती।
नगर आयुक्त मनुज गोयल ने संस्था के कार्य की सराहना करते हुए फीडबैक फॉउण्डेशन संस्था से उम्मीद जताई है कि इस तरह के मॉडल अन्य वार्डों में भी तैयार करने में आगे आएं। इसके अतिरिक्त वर्तमान वार्ड नथुवावाला में कुछ अन्य वार्ड सम्मिलित करते हुए उन वार्डों में भी उक्त मॉडल को लागू किये जाने की कार्यवाही की जाये।
नगर आयुक्त ने दूनवासियों से अपील की है कि वह अपने घर का गीला-सूखा कूड़ा अलग अलग करते हुए नगर निगम के डोर-टू-डोर कू़ड़ा वाहनों को ही अपने घर का कूड़ा उपलब्ध कराएं और कूड़े को खुले में न फैंके। इसके अतिरिक्त कपड़े के थैलों का ही प्रयोग करें , प्रतिबन्धित प्लांस्टिक का प्रयोग न करें। शहर को साफ एवं स्वच्छ रखने में नगर निगम देहरादून को अपना सहयोग प्रदान करें।