पीएम नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है। प्रधानमंत्री ने हिमाचल के ऊना में आज जिस वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई वह पहले संचालित की गई तीन ट्रेनों की तुलना में उन्नत संस्करण है। ट्रेन का तकनीकी पक्ष देखें तो भार के मामले में इसकी बॉडी का वजन बहुत हल्का है और अत्याधुनिक तकनीक के कारण ट्रेन काफी कम समय में तेज गति से भागने लगती है। अब तक शुरू हुई चार वंदे भारत एक्सप्रेस में कौन सी सुविधाएं मिलती हैं। हाई स्पीड के अलावा क्या स्पेशल है वंदे भारत ट्रेन में जिसके कारण अधिक किराया देकर भी यात्री वंदे भारत से यात्रा करना चाहते हैं। किन शहरों को जोड़ती है Vande Bharat Express, जानिए, ऐसे तमाम सवालों के जवाबदिल्ली से हिमाचल जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार छोड़कर हफ्ते में छह दिन चलेगी। अंबाला, चंडीगढ़, आनंदपुर साहिब और ऊना में स्टॉपेज फिक्स किया गया है। अत्याधुनिक Vande Bharat Express सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, तकनीक का कमाल ऐसा कि महज 52 सेकेंड में यह ट्रेन 100 किमी प्रति घंटे की तूफानी रफ्तार से भागने लगती है।अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड क्षमता वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे ट्रैक पर 130 किमी की रफ्तार से दौड़ चुकी है। अभी ट्रैक इससे अधिक तेज रफ्तार की गाड़ियों के अनुकूल नहीं हैं।
भारतीय रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में कई अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करा रही है। ट्रेन में आपात स्थिति के मामले में यात्रियों को आसानी से निकालने के लिए चार आपातकालीन खिड़कियां लगाई गई हैं। जलवायु नियंत्रण, सेट पर सभी विद्युत और महत्वपूर्ण प्रणालियों की निगरानी जैसे काम के लिए केंद्रीकृत कोच निगरानी प्रणाली भी वंदे भारत एक्सप्रेस में मौजूद है।यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों के हर एक कोच में चार आपातकालीन लाइटें भी लगाई गई हैं। आपदा के दौरान सामान्य रोशनी के अभाव में इमरजेंसी लाइट यूज की जा सकती है। इमरजेंसी बटन की संख्या भी बढ़ाकर चार की गई है। बारिश के दौरान ट्रेनों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए बने अंडरफ्रेम उपकरणों को अपग्रेड किया गया है। यह सिस्टम तैयार होने से बारिश और बाढ़ के पानी रेलवे ट्रैक पर जमा होने पर भी ट्रेनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। वंदे भारत एक्सप्रेस फायर सर्वाइवल केबल इनडोर सर्किट से भी लैस हैं। इसके अलावा एसी बोगियों में बिजली कटने पर वेंटिलेशन की उपलब्धता के साथ छत से आने वाली प्यूरीफाई हवा सिस्टम भी तैयार किया गया है।Vande Bharat Express पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से निर्मित Vande Bharat Express में एक ट्रिप में 1,128 यात्री सफर कर सकते हैं। इसमें 16 कोच हैं। दो उच्च श्रेणी के डिब्बे भी लगाए गए हैं। इन दोनों में 52-52 सीटें होंगी। एक सामान्य कोच में 78 सीटों का बंदोबस्त है। ट्रेन में जीपीएस, स्वचालित दरवाजे, वाईफाई, एसी, पर्सनल चार्जिंग सॉकेट और सीसीटीवी सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। मेट्रो ट्रेनों के समान स्वचालित दरवाजों वाली वंदे भारत ट्रेन भारत की पहली बिना इंजन वाली ट्रेन है। यानी ट्रेन एकीकृत इंजन के साथ बनाई गई है, जैसे मेट्रो या बुलेट ट्रेन में होता है।